Kanpur News: हैलट में इंजेक्शन लगते ही छह प्रसूताओं की हालत बिगड़ी

Kanpur News: हैलट के अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज जच्चा-बच्चा अस्पताल में शनिवार सुबह मैट्रोनिडाजोल इंजेक्शन (संक्रमण से बचाने के लिए) लगते ही छह प्रसूताओं की हालत बिगड़ गई।

Update:2023-07-22 20:54 IST

Kanpur News: हैलट के अपर इंडिया शुगर एक्सचेंज जच्चा-बच्चा अस्पताल में शनिवार सुबह मैट्रोनिडाजोल इंजेक्शन (संक्रमण से बचाने के लिए) लगते ही छह प्रसूताओं की हालत बिगड़ गई। ठंड और बुखार के साथ उनका ब्लड प्रेशर गिरने लगा तो हड़कम्प मच गया। वरिष्ठ डॉक्टर पोस्ट आपरेटिव वार्ड पहुंचे और सभी को तत्काल जीवन रक्षक दवाएं दीं गईं। दो प्रसूताओं को सांस लेने में तकलीफ होने लगी तो उन्हें आक्सीजन के सपोर्ट सिस्टम में शिफ्ट कर दिया गया। इस बीच, प्राचार्य प्रो. संजय काला और स्त्री रोग हेड प्रो. नीना गुप्ता के निर्देश पर इंजेक्शन की खाली शीशियों को सीज कर दिया गया और बैच नंबर 2232564 के इंजेक्शन का स्टॉक सील कर उसे दवा स्टोर से हटा दिया गया।

सुबह 10:30 बजे से 11 बजे के बीच अस्पताल के पोस्ट आपरेटिव वार्ड में स्टाफ नर्सों और डॉ.सविता साहू ने यहां भर्ती प्रसूता रोमी, सविता, मीता, शहाना, नेहा सिंह और वीना को इंजेक्शन लगाया। चंद मिनट के बाद रोमी ने ठंड और बुखार और सांस लेने की दिक्कत बताई। थोड़ी ही देर में सभी ने ऐसा कहा तो डॉ.साहू ने सबका परीक्षण किया जिसमें इन छह प्रसूताओं में इंजेक्शन के रिएक्शन की प्राथमिक पुष्टि सामने आने लगी। सूचना पर पहुंचीं प्रो. नीना गुप्ता, प्रो. सीमा द्विवेदी ने एंटी एलर्जी के साथ जीवनरक्षक दवाएं दीं। इसी बीच नेहा और मीता ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की तो उन्हें आक्सीजन सपोर्ट पर लिया गया। एक घंटे की कोशिशों के बाद सभी प्रसूताएं खतरे से बाहर हो गईं तब सभी की जान में जान आई लेकिन शाम तक हर आधे घंटे में बीपी मानीटर किया जाता रहा। प्राचार्य ने इंजेक्शन के स्टॉक को सील करा दिया है।

प्रो. नीना गुप्ता, एचओडी, स्त्री रोग विभाग जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अनुसार जच्चा-बच्चा अस्पताल में मैट्रोनिडाजोल इंजेक्शन लगने के बाद छह प्रसूताओं की हालत बिगड़ गई थी। वरिष्ठ और कनिष्ठ डॉक्टरों की त्वरित इलाज प्रबंधन से सभी प्रसूताएं खतरे से बाहर होकर सामान्य हो गईं हैं।

प्रो. संजय काला, प्राचार्य जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अनुसार स्त्री रोग के डॉक्टरों को सभी पहलुओं की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। हालांकि सभी प्रसूताएं सामान्य हैं।

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