‘लास्ट डे इन खाकी’ वाले स्टूडेंट्स के बचाव में उतरे योगी के मंत्री, स्कूल को दी नसीहत
लखनऊ: लामार्टिनियर ब्वायज स्कूल के 12 बच्चों को स्कूल प्रशासन द्वारा रेस्टिगेट करने के मामले में नया मोड़ आया है। योगी सरकार के मंत्री बृजेश पाठक ने स्कूल प्रशासन को पत्र लिखकर इस मामले में नसीहत दे डाली है। उन्होंने स्कूल द्वारा इन छात्रों को दी गई सजा को कम करने की बात कही है। इसके लिए मंत्री ने बकायदा दो पन्ने का लेटर स्कूल के प्रिंसपल को लिखकर मामले पर पुनर्विचार करने को कहा है।
मंत्री ने कहा नई उमंग के हैं बच्चे, सजा पर करें पुनर्विचार
सूबे के कानून मंत्री ने स्कूल प्रशासन द्वारा बच्चों को दी गई सजा का बचाव किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि ये नई उमंग के बच्चे हैं, इनसे जोश में गलती हुई है। जहां तक स्कूल प्रशासन के लोगों को अपशब्द कहने का मामला है तो उसकी अच्छी तरह से जांच के बाद कार्यवाही होनी चाहिए। बच्चों को प्री बोर्ड एक्जाम में बैन करना, चरित्र प्रमाण पत्र खराब करना और ऐसी अन्य सजा पर पुनर्विचार होना चाहिए।
12 वीं के छात्रों ने बनाया था वीडियो
लामार्टीनियर ब्वॉयज स्कूल के 12वीं कक्षा के 12 छात्रों को कॉलेज प्रबंधन ने प्रतिबंधित कर दिया है। आरोप है कि इन छात्रों ने स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षकों के खिलाफ 'लास्ट डे इन खाकी' थीम पर सेलिब्रेशन कर उसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जानकारी के बाद स्कूल प्रशासन ने वीडियो से छात्रों की पहचान कर कार्रवाई की है। स्कूल प्रबंधन के मुताबिक 12वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों का 24 नवबंर को कॉलेज में आखिरी दिन था। छात्रों ने इस दिन को सेलिब्रेट करने लिए अनुमति ली थी। इस दौरान छात्रों ने 'लास्ट डे इन खाकी' थीम पर जश्न मनाया। इसमें उन्होंने प्रिंसिपल और शिक्षकों के खिलाफ नारेबाजी कर अभद्र टिप्पणी की। ये पूरी हरकतें किसी छात्र ने कैमरे में कैद कर ली थीं। उसके बाद उसने इस वीडियो को सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। कुछ ही दिन में इसकी जानकारी स्कूल प्रशासन को हुई। मैनेजमेंट ने पूरा वीडियो देखा और छात्रों को चिह्नित किया।
बोर्ड एग्जाम में होंगे शामिल, प्री बोर्ड मे बैन
स्कूल प्रशासन ने बताया कि सभी 12 छात्रों को प्री-बोर्ड परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इन्हें बोर्ड परीक्षा में शामिल होने दिया जाएगा। साथ ही इनके चरित्र प्रमाण पत्र पर कॉलेज प्रबंधन इस घटना का उल्लेख भी करेगा। इससे इन छात्रों को भविष्य में आगे की पढ़ाई में मुश्किल का सामना करना पड़ेगा।हालांकि मंत्री के पत्र की बात का स्कूल प्रशासन ने कोई जवाब नहीं दिया।
एल्यूमिनाई एसोएिशन और समारोहों में रहेंगे बैन
स्कूल प्रशासन ने बताया कि इसमें शामिल सभी आरोपी छात्रों के अभिभावकों को कॉलेज प्रबंधन ने पत्र लिखा है। पत्र में पूरी घटना का उल्लेख करते हुए कहा है कि ये छात्र कॉलेज के किसी भी समारोह का हिस्सा नहीं बनेंगे। वहीं एल्युमिनाई एसोसिएशन में भी इनका नाम नहीं जोड़ा जाएगा। इस वीडियो में कॉलेज के पूर्व के 11 छात्र भी शामिल थे। पूरे मामले की योजना भी उन्होंने ही बनाई थी। घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने इन सभी पूर्व छात्रों के खिलाफ भी एक्शन लिया है। साथ ही इन सभी को कॉलेज की एलुमिनाई एसोसिएशन से भी बाहर कर दिया है।