Lakhimpur Kheri News: गुरु गोविंद सिंह महाराज के 356वें प्रकाश उत्सव पर निकला जलसा, लोगों ने लिया हिस्सा
Lakhimpur Kheri News: गुरु गोविंद सिंह महाराज के 356वें प्रकाश उत्सव पर भीरा इलाके में गुरुद्वारा में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन में सिक्ख समुदाय के हजारों की संख्या में छोटे-बड़े महिला और पुरुष सम्मिलित हुए।
Lakhimpur Kheri News: लखीमपुर खीरी जिले भीरा कोतवाली इलाके में गुरु गोविंद सिंह महाराज के 356वें प्रकाश उत्सव पर भीरा इलाके में गुरुद्वारा में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन में सिक्ख समुदाय के हजारों की संख्या में छोटे-बड़े महिला और पुरुष सम्मिलित हुए। पूरी संगत गुरु वाणी का अध्ययन करते हुए चल रही थी। सतनाम सतनाम वाहेगुरु वाणी से भीरा इलाका गूंज उठा। भीरा में एक बड़ा सा गुरद्वारा नामक साही से कीर्तन प्रारंभ होकर खैरा फार्म होते हुए पिपरिया रोड स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा गुरुद्वारा पहुंचा। बड़ा गुरुद्वारा नामक शाही के तत्वधान में कस्बे में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया।
फौजी बैंड ने दिखाया हैरतअंगेज करबत
नगर कीर्तन में सेवादारों हैरतअंगेज करबत करते नजर आए। फौजी बैंड ने शाही अंदाज में बैंड का नजारा पेश किया। नगर कीर्तन में सबसे आगे सेवादार झाड़ू लगाते हुए चल रहे थे। उनके पीछे सेवादार बच्चों फूलों की वर्षा कर रहे थे उसके बाद 5 प्यारे और 5 प्यारे के पीछे गुरु की सवारी व संगत कीर्तन वाह गुरुवाणी करते चल रही थी। नगर कीर्तन बड़ा गुरुद्वारा नामक साही होते हैं। खैरा फार्म पिपरिया रोड होते हुए वन बीट हॉस्पिटल से कस्बे में मुख्य बाजार भीरा नहर लखीमपुर रोड वापस गुरुद्वारा पहुंचा जहां नगर कीर्तन का समापन किया गया। इस दौरान वन बीट हॉस्पिटल के प्रबंधक सरदार बहादुर सिंह ने वन बीट हॉस्पिटल पर नगर कीर्तन में सम्मिलित संगत पर फूलों की वर्षा व चाय नाश्ते का प्रसाद वितरित किया।
सुरक्षा के लिए पुलिस बल रहीं मौजूद
इसी दौरान कस्बे में जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए। वह पंडाल लगाकर सेवादारों ने सेवा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भीरा प्रभारी निरीक्षक विमल गौतम और क्राइम प्रभारी रामनारायण भीरा पुलिस बल के साथ मौजूद रही। गुरु गोविंद सिंह महाराज के 356 वे प्रकाश उत्सव पर भीरा इलाके में गुरुद्वारा में भव्य नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन मैसेज समुदाय के हजारों की संख्या में छोटे-बड़े महिला और पुरुष सम्मिलित हुए। पूरी सगत गुरु वाणी का अध्ययन करते हुए चल रही थी। सतनाम सतनाम वाहेगुरु वाणी से भीरा इलाके में गूंज उठा।