Lakhimpur Kheri News: घूस ने देने पर लेखपाल का कारनामा, दो सगे भाइयों की अलग-अलग जारी की वार्षिक आय
Lakhimpur Kheri: मितौली तहसीलदार कार्यालय में दोनों भाइयों को अलग-अलग आय के प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए। एक ही पिता की दो बेटे और दोनों की आय अलग अलग होना।
Lakhimpur Kheri: यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के मितौली तहसील इलाके के लेखपाल ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसको सुनकर दूर से ही भ्रष्टाचार की परतें खुलने लगती हैं।
दरअसल, आगरा यूनिवर्सिटी से B.Ed की पढ़ाई कर रहे थाना नीमगांव क्षेत्र ग्राम बमनपुर निवासी कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसने तहसील मितौली आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। इसके बाद हालांकि लेखपाल नीरज शर्मा ने उन्हें तहसील बुलाया और आय प्रमाण पत्र जारी करने के नाम पर उनसे 500 रुपये की मांग की। तब कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने अनुरोध करते हुए क्षेत्रीय लेखपाल से कहा कि शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। परिवारिक स्थित ऐसी नहीं है जिससे बतौर रिश्वत उन्हें 500 रुपये दे सके। इसको लेकर क्षेत्रीय लेखपाल क्रोधित हो गए। उसके आय प्रमाण पत्र को वार्षिक आय 20,00,000 आय प्रमाण पत्र जारी कर दिया।
दोनों भाइयों को अलग-अलग आय प्रमाण पत्र
आपको बताते चलें एक होनहार छात्र स्कॉलर पाने से वंचित रह गया। मामला यहीं पर नहीं थमा कौशलेंद्र प्रताप के छोटे भाई शिवेंद्र प्रताप सिंह ने आय प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया, जिसमें क्षेत्रीय लेखपाल नीरज द्वारा अपनी रिपोर्ट में उसके पिता के समर्थक स्रोतों से वर्तिका 54 हजार लिखकर दे दे। इसके बाद तहसीलदार कार्यालय द्वारा दोनों भाइयों को अलग-अलग आय के प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए। एक ही पिता की दो बेटे और दोनों की आय अलग अलग होना। शिक्षा ग्रहण करने के दौरान भ्रष्टाचार उजागर करने के लिए काफी है।
चर्चा का विषय बना प्रमाण पत्र
फिलहाल तहसीलदार कार्यालय द्वारा सगे भाइयों के अलग-अलग जारी किए प्रमाण पत्र चर्चा का विषय बने हुए हैं। इस मामले में उप जिलाधिकारी मितौली समेत के आला अधिकारी मौन धारण कर किए हुए हैं। शिकायत करने के बावजूद भी भ्रष्ट लेखपाल विरुद्ध कार्रवाई अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह पूरा मामला लखीमपुर खीरी जिले के मितौली तहसील क्षेत्र का है।