वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की तर्ज पर बना राम मंदिर ट्रस्ट का खाका
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट का स्वरूप जम्मू के वैष्णव देवी सरीखा होगा। देश भर के तकरीबन दस बड़े ट्रस्टों के अध्ययन के बाद केन्दीय गृह मंत्रालय ने यह फैसला किया है। इसके लिए गृह मंत्रालय में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में तीन दिन लगातार मैराथन बैठक हुई है।
योगेश मिश्र
लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बनने वाले ट्रस्ट का स्वरूप जम्मू के वैष्णव देवी सरीखा होगा। देश भर के तकरीबन दस बड़े ट्रस्टों के अध्ययन के बाद केन्दीय गृह मंत्रालय ने यह फैसला किया है। इसके लिए गृह मंत्रालय में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में तीन दिन लगातार मैराथन बैठक हुई है।
वैष्णव देवी ट्रस्ट...
राममंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का स्वरूप पूरी तरह से तय हो गया है। ट्रस्ट में सदस्यों की संख्या पर जरूर अभी केन्द्र सरकार माथा पच्ची कर रही है। राम मंदिर ट्रस्ट का नब्बे फीसदी स्वरूप वैष्णव देवी ट्रस्ट के मुताबिक होगा।
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राममंदिर ट्रस्ट के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने तिरूपति बाला जी ट्रस्ट, शिरडी के सांर्ईबाबा ट्रस्ट, सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट, केरल का पद्मनाभम, तमिलनाडु का मीनाक्षी मंदिर, उज्जैन का महाकालेश्वर, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट सरीखे दस बड़े ट्रस्टों का अध्ययन और अवलोकन किया गया है।
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बात करें वैष्णों देवी की तो इस तीर्थस्थल की यात्रा की व्यवस्था और तीर्थ स्थान का संचालन श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा किया जाता है। बोर्ड का गठन अगस्त 1986 में जम्मू कश्मीर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन एक्ट के तहत हुआ था। इस बोर्ड का मुख्य उद्देश्य वैष्णो देवी का संचालन और व्यवस्था करने के साथ साथ चढ़ावे, जमीन और इमारतों आदि का ध्यान रखना है।
श्राइन बोर्ड बनने से पहले यात्रा की व्यवस्था का अधिकार एक प्राइवेट ट्रस्ट और लोकल लोगों के एक ग्रुप जिन्हें ‘बारीदार’ के पास हुआ करता था।
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श्राइन बोर्ड में एक चेयरमैन और दस सदस्य हैं। जम्मू कश्मीर के राज्यपाल इस बोर्ड के पदेन चेयरमैन होते हैं। वो नौ सदस्यों के नाम तय करते हैं। अगर राज्यपाल हिंदू न हो तो वह हिंदू धर्म के
किसी प्रसिद्ध व्यक्ति का नाम घोषित कर सकता है। बोर्ड अपना काम चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, एडीशनल चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर और कई एरिया हेड के जरिए करता है।
वर्तमान सदस्यों में श्रीश्री रविशंकर भी शामिल हैं। अन्य सदस्यों में डा. अशोक भान रिटायर्ड आईपीएस, के.बी.कचरू, के.के. शर्मा, जस्टिस प्रमोद कोहली, मेजर जनरल शिव कुमार शर्मा और विजय धर शामिल हैं।
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श्राइन बोर्ड द्वारा शुरू की गई कुछ परियोजनाएं...
श्री माता वैष्णो देवी जी के भवन परिसर का पुन: डिजाइन।
सियार डबरी से भवन तक रोपवे का निर्माण।
अद्धकुआरी परिसर का पुन: डिजाइन।
यात्रियों के लिए भवन से भैरों मंदिर तक रोपवे का निर्माण।
अद्धकुआरी में मंदिर परिसर, पंक्ति परिसर और प्रतीक्षालय का निर्माण।
कटरा में शंकराचार्य मंदिर का निर्माण।
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इंजीनियरिंग स्टोर बाणगंगा से लेकर अद्धकुआरी तक सिर्फ खच्चरों के प्रयोग के लिए मार्ग का निर्माण।
कटरा में स्पोर्ट्स स्टेडियम का निर्माण।
नए और पुराने दोनों रास्तों पर और अधिक शेल्टर शेड्स का निर्माण।
रियासी में स्थित भीमगढ़ किले का नवीनीकरण और संरक्षण।
श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सिेलेंस का निर्माण।
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