खराब हो रहे हैं LED बल्ब! सरकारी उजाला योजना के बल्बों को बदलने का निर्देश

पावर कार्पोरेशन से खरीदे गए इन एलईडी बल्बों को गारंटी अवधि में खराब होने के बावजूद उपभोक्ताओं को बिजली घरों के चक्कर लगाने पड़ रहे है लेकिन उनके खराब बल्ब बदले नहीं जा रहे है।

Update: 2019-12-13 14:36 GMT

लखनऊ: बिजली की बचत के लिए यूपी पावर कार्पोरेशन की उजाला योजना के तहत बांटे जा रहे एलईडी बल्ब के सबसे ज्यादा खराब होने का मामला सामने आया है। उस पर भी पावर कार्पोरेशन से खरीदे गए इन एलईडी बल्बों को गारंटी अवधि में खराब होने के बावजूद उपभोक्ताओं को बिजली घरों के चक्कर लगाने पड़ रहे है लेकिन उनके खराब बल्ब बदले नहीं जा रहे है। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के पास जब इस संबंध में शिकायत पहुंची तो उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए पावर कार्पोरेशन को बदलने का निर्देश दिया।

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गारंटी अवधि के एलईडी बल्बों को बदलवाने की मांग

राज्य उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने शुक्रवार को ईईएसएल कम्पनी द्वारा बांटे गये एलईडी बल्बों के उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा खराब होने का मामला प्रदेश के ऊर्जामंत्री जी के सामने उठाते हुए गारंटी अवधि के एलईडी बल्बों को बदलवाने की मांग की।

परिषद अध्यक्ष ने एक जनहित प्रस्ताव के माध्यम से यह मांग उठायी है कि बिजली बचत के लिए बांटे गये एलईडी बल्ब जो गारंटी अवधि में खराब हो गए है उन्हे बदलवाया जाय क्यों की पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर बाटे गए एलईडी बल्ब खराब हुए है उन्हे उपभोक्ता बदलवाने के लिए चक्कर लगाता रहता है।

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इन प्रदेशों में इतने तिशत एलईडी बल्ब गांरटी अवधि में खराब हुए

दरअसल, बीते दिनों एक निजी कंसल्टेंट कंपनी के अध्ययन में सामने आया कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा तय मानक मूल्यांकित दोष एक प्रतिशत से ज्यादा 1.90 प्रतिशत निकला। इस अध्ययन के मुताबिक हरियाणा में एक प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 1.20 प्रतिशत, गुजरात में 1.60 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर में 1.70 प्रतिशत, बिहार में 1.70 प्रतिशत, झारखंड में 1.70 प्रतिशत और मध्य प्रदेश में 1.90 प्रतिशत एलईडी बल्ब गांरटी अवधि में खराब हुए है।

उपभोक्ता परिषद का कहना है कि सरकार ने यह अध्ययन एक निजी कल्सलटेन्ट कम्पनी पीडब्लूसी से कराया है। उन्होेंने कहा कि इस मामलें की तकनीकी आडिट करा ली जाय तो चैकाने वाला मामला सामने आयेगा।

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