Lucknow Building Collapse: लखनऊ में 5 मंजिला बिल्डिंग ढही, कई की मौत..DGP ने कहा- 12 लोगों का हुआ रेस्क्यू
Lucknow Building Collapse: राजधानी लखनऊ में मंगलवार को एक बिल्डिंग गिर गई। राजधानी के पॉश हजरतगंज इलाके में ये बिल्डिंग गिरी है। मलबे में कई लोगों के दबे होने की सूचना है।
Lucknow Building Collapse: लखनऊ के हजरतगंज में मंगलवार (24 जनवरी) शाम पांच मंजिल का अपार्टमेंट अचानक ढह गया। इस अपार्टमेंट में कई परिवार रहते हैं, जो मलबे में दब गए। मौके पर पुलिस, प्रशासन के साथ एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। हादसे में कई मौतें होने की संभावना है। घटना इतनी भयावह है की चारों तरफ चीख-पुकार सुनाई दे रही है। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस कम पड़ गए।
हजरतगंज के वजीर हसन रोड पर बनी इस बिल्डिंग को 2010 में याजदान बिल्डर ने बनाया था। बताया जा रहा है की बिल्डिंग के बेसमेंट में कई दिनों से काम चल रहा था। बेसमेंट ने करीब तीन फिट तक खोदाई कर दी गई थी। शाम को लखनऊ ने महसूस किए गए भूकंप के हल्के से झटके के साथ ही करीब 6:50 बजे बिल्डिंग भरभराकर गिर गई।
सपा और कांग्रेस नेताओं का परिवार भी दबा
पांच मंजिल की इस इमारत में 100 से ज्यादा फ्लैट हैं। इसी ने कांग्रेस नेता जिशान हैदर (Congress leader Zeeshan Haider) और सपा नेता अब्बास हैदर (SP leader Abbas Haider) का भी परिवार रहता है। शाम के वक्त ज्यादातर लोग घर में ही थे। इसलिए बड़ी संख्या में लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
कम पड़ गए प्रशासन के संसाधन, हर तरफ चीख पुकार
घटना स्थल पर दो दर्जन से ज्यादा बुलडोजर पहुंचे हैं। जिनकी मदद से मलवा हटाया जा रहा है। इसके अलावा 20 से ज्यादा एंबुलेंस घायलों को अस्पताल पहुंचाने में जुटी है। एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीम बचाव कार्य में जुटी है। लेकिन घटना इतनी भयावह है कि प्रशासन के पर्याप्त संसाधन भी कम पड़ रहे हैं।
कांग्रेस-सपा नेता का परिवार भी फंसा
इमारत गिरने की खबर मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची। जो अपार्टमेंट धराशायी हुआ है उसका नाम अलाया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के जिशान हैदर और समाजवादी पार्टी के अब्बास हैदर का परिवार भी इसी बिल्डिंग में रहता है। 6 बजकर 40 मिनट पर ये हादसा हुआ।
मलबे से निकला घायल बच्चा, अस्पताल भेजा गया
स्थानीय पुलिस, आसपास के लोग और NDRF की टीम मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हैं। एक घायल बच्चे को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया। घायल अवस्था में उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद
लखनऊ के पॉश इलाके हजरतगंज में बिल्डिंग गिरने की खबर मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर पहुंची। आम लोगों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया। सूचना मिलने पर जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस, नगर निगम, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड केर साथ-साथ एसडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंची। जिलाधिकारी और कमिश्नर भी मौके पर मौजूद हैं।
इमारत के बेसमेंट में चल रहा था काम
जानकारी के अनुसार, बिल्डिंग के बेसमेंट में काम चल रहा था। तोड़फोड़ हो रही थी। माना जा रहा इसी वजह से इमारत गिर गई।
मौके पर बुलडोजर भी मौजूद
मौके पर बुलडोजर भी बुलाया गया है। मलबे हटाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
ए. के. शर्मा मौके पर पहुंचे, लिया जायजा
प्रदेश के नगर विकास और ऊर्जा मंत्री ए. के. शर्मा (Minister A. K. Sharma) भी मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने वहां मौजूद अधिकारियों से हालात का जायजा लिया।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंच चुकी है।
उपमुख्यमंत्री बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने लखनऊ के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ब्लड की व्यवस्था, नाइट शिफ्ट के डॉक्टरों को तत्काल ड्यूटी पर पहुंचने आदि के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि, अपार्टमेंट मे फंसे लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, बिल्डिंग के निर्माण की गुणवत्ता की बात करें तो उसे बाद में देखेंगे। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
सीएम योगी जा सकते हैं मौके पर
लखनऊ के हजरतगंज में अलाया अपार्टमेंट अचानक भरभराकर गिर गया। नगर विकास मंत्री आरके शर्मा भी मौके पर पहुंचे। केजीएमयू हायर सेंटर में बेड रिजर्व किया गया है। 20 से ज्यादा लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। कई लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया। घटना के समय 7 परिवार के सदस्य बिल्डिंग में मौजूद थे। घायलों को बलरामपुर ,केजीएमयू ले जाया जा रहा है। ब्लड बैंकों को हाई अलर्ट पर डाला गया है। वरिष्ठ चिकित्सकों को अस्पताल में बने रहने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम योगी किसी भी वक्त मौके पर पहुंच सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी घायलों का हालचाल लेने अस्पताल भी जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया ट्वीट
इस हादसे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य के निर्देश दिए हैं। इस हादसे को लेकर सीएम योगी ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने और जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।
संकरे रास्ते होने के कारण बचाव कार्य हुआ प्रभावित
अलाया अपार्टमेंट (Alaya Apartment) को याजदान बिल्डर ने बनाया था। यहां संकरे रास्ते होने के कारण राहत और बचाव कार्य में दिक्कतें पेश आ रही है। एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को जाने में दिक्कत हो रही थी।
DGP- 12 लोगों का रेस्क्यू हुआ, किसी के हताहत की खबर नहीं
इस बीच डीजीपी ने बताया कि, मलबे में जाने के तीन रास्ते हैं। उन्होंने कहा, अभी सेना की जरूरत नहीं है। अभी तक 12 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
संकरे रास्ते पर बना है अलाया अपार्टमेंट
हजरतगंज के वजीर हसन रोड (Wazir Hasan Road) पर अलाया अपार्टमेंट बना है। वहां की मुख्य सड़क ही 12 मीटर चौड़ी है। जबकि, अंदर अपार्टमेंट परिसर तक जाने के लिए छह मीटर भी रास्ता नहीं था। ऐसे में रेस्क्यू टीमों (Rescue Teams) को अंदर दूसरे अपार्टमेंट बिरावन हाउस और सटी हुई दूसरी सड़क की बाउंड्रीवाल तोड़नी पड़ी। जिसके बाद ही लोगों को निकालने का काम शुरू हो सका। आलम यह था कि सड़क पर बाहर ही गाड़ियां खड़ी होने की वजह से अग्निशमन (Fire Fighting), NDRF, SDRF के अलावा एंबुलेंस की गाड़ियां भी नहीं पहुंच पा रही थीं। ऐसे में पुलिस को माथापच्ची करनी पड़ी।
सेना मौके पर पहुंची
लखनऊ के हजरतगंज में अलाया अपार्टमेंट के भरभराकर गिरने के बाद स्थितियों से निपटने के लिए सेना मौके पर पहुंच चुकी है।
LDA ने नक्शा तलाशना शुरू किया
दूसरी तरफ, लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने अलाया अपार्टमेंट के नक़्शे से जुड़े दस्तावेजों की तलश तेज कर दी है।
राजनाथ सिंह ने हादसे पर दुःख जताया
लखनऊ से सांसद और देश के रक्षा मंत्री ने भी इस हादसे पर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, 'लखनऊ में एक भवन गिरने से हुआ हादसा बेहद दुखद है। जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घटना के संदर्भ में जिलाधिकारी ने मुझे स्थिति की जानकारी दी है। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है।सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।'
15 साल पुरानी थी बिल्डिंग
बचाव दल ने अब तक 12 लोगों को सुरक्षित निकाला है। घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती किया गया है। बताया जा रहा है कि यह इमारत 15 साल पहले बनी थी। मकान ज्यादा दिन पुराना नहीं था।
बगल वाली बिल्डिंग को खाली करवाया जा रहा
अलाया बिल्डिंग के बगल वाली इमारत को प्रशासन खाली करवा रही है। एहतियातन ये कदम उठाए जा रहे हैं।
NDRF ने घायल महिला को बाहर निकाला
मलबे से घायलों को बाहर निकालने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में एक घायल महिला को एनडीआरएफ की टीम ने सकुशल बाहर निकाला।