Lucknow Nagar Nigam Ward No.79: लखनऊ मल्लाही टोला प्रथम वार्ड की पार्षद गीता पांडेय, जनसंख्या विधेयक लाना होगी मेरी प्राथमिकता
Lucknow Nagar Nigam Ward No.79 Parshad: सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में क्षेत्र में जल निकासी की समस्या थी,उसका निराकरण कराया। दूसरा सब- स्टेशन को बनाकर बिजली की समस्या को दूर किया
Lucknow Nagar Nigam Ward No.79 Parshad: शहरों में क्षेत्रीय स्तर पर योजनाओं को लागू करने के लिए। स्वच्छता बनाए रखने के लिए और तमाम योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए पार्षदों की अहम भूमिका होती है। इन 5 सालों में पार्षदों द्वारा अपने क्षेत्र में क्या कार्य किया गया? स्वच्छता के लिए क्या क्या कदम उठाए गए? उनका राजनीतिक अनुभव कैसा रहा? और आगे की क्या योजना है? जैसे तमाम विषयों पर बात करने के लिए Newstrack की टीम मल्लाही टोला प्रथम वार्ड संख्या-92 में गई जहां के पार्षद से हमारे रिपोर्टर के बीच हुई बातचीत के कुछ अंश-
प्रश्न- आपके मन में राजनीति में आने का पहला विचार कब और किन परिस्थितियों में आया?
उत्तर- राजनीति में आने का पहला विचार क्षेत्रीय हालत देखने के बाद मन में आया कि क्षेत्र के लिए कुछ करना चाहिए। वहां पर जनता के द्वारा चुनकर आए जनप्रतिनिधियों के द्वारा कोई कार्य अच्छे से नहीं करवाया जा रहा था। यही सब बातें थीं , जिसने हमें राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया। पार्षद के लिए चुनाव लड़ा और वर्तमान में पार्षद हूं।
प्रश्न- राजनीति में आने के बाद प्रारंभिक कठिनाइयां क्या रहीं?
उत्तर- राजनीति में आने के बाद लोगों को जोड़ने में थोड़ी बहुत कठिनाइयां हुई । उसके बाद धीरे धीरे सब कुछ बनता गया।
प्रश्न- आपके राजनीतिक प्रेरणा स्रोत कौन हैं?
उत्तर- हमारे राजनीतिक प्रेरणा स्रोत जॉर्ज फर्नांडिस हैं।
प्रश्न- जिस कार्य के लिए आप राजनीति में आए थे क्या वह कार्य कर पा रही हैं?
उत्तर-जी कर पा रही हूं।
प्रश्न- नगर निकाय चुनाव के लगभग 5 साल पूरे हो चुके हैं, इन 5 सालों में आपने अपने वार्ड में कौन से प्रमुख कार्य किए हैं?
उत्तर- क्षेत्र में एक 100 बेड का हॉस्पिटल बनवाया। एक पावर हाउस बनवाया। इसके अलावा सीवर सिस्टम पर काम की हूं। जल निकासी के बड़े-बड़े कार्य किए हैं। हमारे यहां कोई सड़क नहीं थी, सभी सड़कें मेरे आने के बाद बनी हैं।
प्रश्न- आपके दृष्टिकोण से आपने इन 5 सालों में सबसे महत्वपूर्ण कौन से कार्य किए हैं?
उत्तर- सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में क्षेत्र में जल निकासी की समस्या थी,उसका निराकरण कराया। दूसरा सब- स्टेशन को बनाकर बिजली की समस्या को दूर किया।
प्रश्न- अभी ऐसा कोई कार्य रह गया है जो आपने सोचा था । अभी तक नहीं कर पाए हैं । लेकिन अगली बार जीतकर आते हैं तो प्राथमिकता के आधार पर करवाएंगे?
उत्तर- पेयजल से संबंधित कुछ कार्य रह गए हैं।अपने क्षेत्र में एक विद्यालय बनवाना चाह रहे थे । लेकिन अभी तक नहीं बनवा पाए हैं । यदि मौका मिलता है तो यह दोनों कार्य अवश्य करना चाहूँगी ।
प्रश्न- आपने अपने वार्ड को स्वच्छ बनाने के लिए अभी तक क्या कार्य किए हैं?
उत्तर- वार्ड को स्वच्छ रखने के लिए सबसे जरूरी होता अनुशासन । यदि सफाई कर्मचारियों में अनुशासन होगा तो वार्ड अपने आप स्वच्छ हो जाएगा। जागरूकता अभियान भी चलाती रहती हूं ।लेकिन मोदी जी द्वारा चलाए गए जागरूकता ज्यादा प्रभावी हैं।
प्रश्न- एक जनप्रतिनिधि के रूप में जनता के साथ तालमेल बेहद आवश्यक है, इसके लिए आप क्या करते हैं?
उत्तर- जनता के साथ तालमेल के लिए उनसे लगातार संपर्क में रहती हूं। इसके लिए व्यक्तिगत मिलती हूं। सभाओं के माध्यम से मिलती हूं। क्षेत्र में कहीं कोई प्रोग्राम होता है वहां पर मिलती हूं। संचार के माध्यम से लोगों से जुड़ी रहती हूं। किसी की कोई समस्या होती है । इसका त्वरित समाधान करने का प्रयास करती हूं।
प्रश्न- पार्षद पद पर पर संतुष्ट हैं या किसी अन्य पद के लिए भी इच्छुक हैं?
उत्तर- अभी विधानसभा चुनाव के लिए मैंने कोशिश की थी । लेकिन नहीं लड़ पाई। यदि पार्टी द्वारा कोई जिम्मेदारी दी जाती है तो उसकी निर्वहन के लिए तैयार हूं।
प्रश्न- वर्तमान राजनीति से आप कितना संतुष्ट हैं?
उत्तर- वर्तमान राजनीति बहुत सही दिशा में चल रही है। वर्तमान राजनीति देश को सशक्त बनाने वाली राजनीति है। जनता भी अब देश के बारे में सोचती है।
प्रश्न- यदि आप को मौका मिले तो वर्तमान राजनीति में कैसा बदलाव करना चाहेंगी?
उत्तर- यदि मौका मिलता है तो सबसे पहले जनसंख्या नियंत्रण विधेयक लाने की कोशिश करूंगी। क्योंकि जनसंख्या ऐसे ही बढ़ती रही तो बहुत जल्दी देश में संसाधनों की कमी पड़ जाएगी। जिस घर में बहुत अधिक बच्चे हो जाते है, वहां पर उनका विकास अच्छी तरह से नहीं हो पाता है।
प्रश्न- आप अपने क्षेत्रों में सरकार द्वारा चलाई जाने वाली कल्याणकारी योजनाओं को सभी पात्र व्यक्तियों को बराबर लाभ मिले इसके लिए क्या करती हैं?
उत्तर- कल्याणकारी योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए ईमानदार सोच होनी चाहिए। ईमानदार सोच के साथ यदि हम लाभार्थियों का चयन करते हैं तो इसमें निष्पक्षता होगी और पात्र व्यक्तियों को इसका लाभ मिलेगा।