Lucknow University: डॉ सुधांशु त्रिवेदी के अनुदान से तैयार हुआ IAMGID, सर्वाइकल कैंसर जैसे जटिल रोगों का होगा आनुवंशिक अध्ययन

Lucknow: आईएएमजीआईडी की प्रयोगशाला के लिए राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी द्वारा सांसद निधि से 50.0 लाख रुपए का अनुदान दिया, जिसके उपरांत एक वर्ष में एक उत्कृष्ट संस्थान बनकर तैयार है।

Report :  Shashwat Mishra
Update: 2022-07-10 16:26 GMT

LU: डॉ सुधांशु त्रिवेदी के अनुदान से तैयार हुआ IAMGID। 

Lucknow: राजधानी के लखनऊ विश्विद्यालय (Lucknow University) के ओएनजीसी सेंटर ऑफ एडवांस स्टडीज (ONGC center of advanced studies) में उन्नत आणविक आनुवंशिकी और संक्रामक रोग संस्थान (IAMGID) कुलपति प्रो आलोक कुमार राय (VC Prof. Alok Kumar Rai) की पहल और आईएएमजीआइडी की निदेशक प्रो मोनिशा बनर्जी (Director Prof. Monisha Banerjee) के प्रयासों से 2020 में अस्तित्व में आया। जिसका लोकार्पण राज्यसभा सांसद व भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी (Dr. Sudhanshu Trivedi) ने रविवार को किया।

राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने दिया 50 लाख का अनुदान

आईएएमजीआईडी की प्रयोगशाला के लिए राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी (MP Dr. Sudhanshu Trivedi) द्वारा सांसद निधि से आरटी-पीसीआर मशीन, पीसीआर, माइक्रोप्लेट रीडर, जल शोधन प्रणाली आदि आणविक उपकरणों के लिए सांसद निधि से 50.0 लाख रुपए का अनुदान दिया, जिसके उपरांत एक वर्ष में यह विश्वविद्यालय का एक उत्कृष्ट संस्थान बनकर तैयार है।


संक्रामक रोग व सर्वाइकल कैंसर जैसे जटिल रोगों का होगा आनुवंशिक अध्ययन

प्रयोगशाला संक्रामक रोग, टाइप 2 डायबिटीज , सर्वाइकल कैंसर और अस्थमा एवं सीओपीडी जैसे जटिल रोगों के आनुवंशिक अध्ययन प्रदान करने के लिए तैयार है। यह उत्तर प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में शायद अपनी तरह का पहला प्रयोगशाला है। संस्थान में सत्र 2022-2023 से परास्नातक आण्विक एवं मानव आनुवंशिकी कोर्स शुरू होने जा रहा है, जहां छात्र मानव रोगों के आधार, उनके कारणों, निदान, उपचार और प्रबंधन के बारे में अध्ययन करेंगे। उन्हें नई विकसित प्रयोगशाला सुविधाओं के साथ आणविक जीव विज्ञान तकनीकों का व्यावहारिक अनुभव होगा।

अन्य इंस्टिट्यूट के छात्रों को भी किया जाएगा प्रशिक्षित

आईएएमजीआईडी (IAMGID) की नई सुविधा का उपयोग लखनऊ विश्वविद्यालय और अन्य इंस्टीटूट्स के छात्रों के लिए राष्ट्रीय संगोष्ठियों और कार्यशालाओं का आयोजन करके प्रशिक्षित जनशक्ति विकसित करने के लिए किया जाएगा। आईएएमजीआईडी (IAMGID) में आम जनता के लिए जागरूकता कार्यक्रम और स्वास्थ्य शिविर, टीकाकरण अभियान भी होंगे।

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