Lucknow News: यूपी में बिजली कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार दूसरे दिन भी रहा जारी

Lucknow News Today: यूपी में विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के आह्वान पर ऊर्जा निगमों में 29 नवम्बर से प्रारम्भ अनिश्चिकालीन कार्य बहिष्कार आज दूसरे दिन भी जारी रहा है।

Report :  Prashant Dixit
Update: 2022-11-30 14:34 GMT
विरोध प्रदर्शन के दौरान बिजली कर्मचारी (शोसल मीडिया)

Lucknow News: यूपी में विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के आह्वान पर ऊर्जा निगमों में 29 नवम्बर से प्रारम्भ अनिश्चिकालीन कार्य बहिष्कार आज दूसरे दिन भी जारी रहा है। आज भी प्रदेश में बड़ी संख्या में बिजली कर्मचारियों ने काम बन्द रखा और दिन भर विरोध प्रदर्शन किया। ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के रवैये के विरोध के साथ आम जनता को तकलीफ न हो इस का भी ध्यान रखा गया है। इस कार्य बहिष्कार के साथ में बिजली उत्पादन घरों, विद्युत उपकेन्द्रों, सिस्टम ऑपरेटरों और वितरण विद्युत उपकेन्द्रों की पाली में तैनात बिजली कर्मियों को कार्य बहिष्कार आन्दोलन से अब तक अलग रखा गया है। 

यूपी के ऊर्जा मंत्री से हस्तक्षेप की मांग

आज फिर से विद्युत कर्मचारियों ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा से प्रभावी हस्तक्षेप करने की अपील की और जिससे ऊर्जा निगमो में कार्य का वातावरण बने और बिजली कर्मियों की उचित समस्याओं के समाधान की बात की है। बिजली कर्मचारियों के पदाधिकारियों ने साथ दी कहा शान्तिपूर्ण इस कार्य बहिष्कार के दौरान किसी भी बिजली कर्मी का किसी भी प्रकार से उत्पीड़न किया गया तो इसके गम्भीर परिणाम होंगे। सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मी उसी समय हड़ताल पर जाने हेतु बाध्य होंगे और जिसकी सारी जिम्मेदारी ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन और चेयरमैन की होगी।

बिजली कर्मचारियों की यह मांगे

विद्युत कर्मचारियों की मुख्य मांग है, कि ऊर्जा निगमों में चेयरमैन और प्रबन्ध निदेशक के पदों पर समुचित चयन के बाद ही नियुक्ति की जाएं। बिजली कर्मियों को पूर्व की तरह 09 वर्ष, 14 वर्ष एवं 19 वर्ष की सेवा के बाद पदोन्नति कर समयबद्ध वेतनमान दिया जाएं। इसके साथ ही बिजली कर्मियों को कैशलेस इजाल मुहैया कराया जाएं। ट्रांसफॉर्मर वर्कशॉप का निजीकरण एवं पारेषण विद्युत उपकेन्द्रों के परिचालन एवं अनुरक्षण के आउटसोर्सिंग के आदेश निरस्त किये जाएं। इसके साथ समस्त कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाएं, बिजली कर्मियों की सुरक्षा हेतु प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाएं। बिजली कर्मियों और संविदा कर्मियों को बोनस का भुगतान किया जाएं। इसके साथ ही संविदा कर्मियों को नियमित किया जाएं और बिजली कर्मियों की वेतन विसंगतियां दूर की जायें।

शीर्ष प्रबन्धन सरकार को कर रहा गुमराह

यूपी विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति पदाधिकारियों राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जी.वी. पटेल, जय प्रकाश, गिरीश पाण्डेय, सदरूद्दीन राना, राजेन्द्र घिल्डियाल, सुहेल आबिद, पीके दीक्षित, चन्द्रभूषण उपाध्याय, महेन्द्र राय, शशिकान्त श्रीवास्तव, मो. वसीम, सुनील प्रकाश पाल, राम चरण सिंह, ए.के. श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, माया शंकर तिवारी, विशम्भर सिंह, राम सहारे वर्मा, शम्भू रत्न दीक्षित, पी.एस. बाजपेई, जी.पी. सिंह, रफीक अहमद और आर.के. सिंह ने आज जारी बयान में ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन पर हठवादीता रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि चेयरमैन बिजली कर्मियों की समस्याओं के बारे में सही तथ्य न बताकर सरकार को गुमराह करने का आरोप लगाया हैं।

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