गिरफ़्तार हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लल्लू, जा रहे थे महोबा पीड़ित परिवार से मिलने
कांग्रेस के दोनों नेताओं ने पुलिस से कहा कि उन्हें जनता से मिलकर उसकी परेशानी जानने का संवैधानिक अधिकार है। लेकिन पुलिस ने आगे नहीं बढ़ने दिया।
लखनऊ: महोबा के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी की गोली लगने के बाद हुई मौत के बाद पीड़ित परिवारी जनों से मिलने महोबा जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना को पुलिस ने कानपुर में गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने कानून व्यवस्था का हलावा देकर दोनों नेताओं को किया गिरफ्तार
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू पिछले चार दिन बुंदेलखंड में गुजारकर वापस लौटे लेकिन सोमवार को ही वह दोबारा बुंदेलखंड की ओर निकल पड़े। कानपुर के घाटमपुर पहुंचने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेस के दोनों नेताओं ने पुलिस से कहा कि उन्हें जनता से मिलकर उसकी परेशानी जानने का संवैधानिक अधिकार है।
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कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता होने की वजह से आराधना मिश्रा मोना को पुलिस नहीं रोक सकती है। लेकिन पुलिस ने कानून- व्यव्स्था का मामला बताकर दोनों नेताओं को आगे नहीं बढ़ने दिया। कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू और विधान मंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना जब पुलिस के रोकने पर अपनी गाड़ी से उतरकर पैदल ही आगे बढने लगे तो पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया।
अजय लल्लू ने कहा ये पुलिस की तानाशाही का उदाहरण
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि महोबा में पुलिस कप्तान धमकी देकर एक व्यापारी की हत्या करा देता है और योगी सरकार केवल अधिकारी को निलंबित कर मामले का निपटारा कर देती है। यही योगी सरकार का इंसाफ है। महोबा में इंद्रकांत त्रिपाठी के परिवारजनों से मिलने के लिए पुलिस रोक रही है।
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जबकि उसके पास ऐसा कोई अधिकार नहीं है। यह पुलिस की तानाशाही और जोर–जबरदस्ती का उदाहरण है। जब योगी सरकार के इशारे पर पुलिस जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा कर रही हैं तो आम लोगों के साथ क्या होता होगा इसकी महज कल्पना की जा सकती है।
योगी सरकार की पुलिस गंडा- अराधना मिश्रा
कांग्रेस विधान मंडल दल नेता आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि यह देश का शायद पहला मामला होगा जिसमें रंगदारी वसूलने के लिए पुलिस कप्तान किसी व्यापारी को न केवल धमकाता है बल्कि जानलेवा हमला कर उसकी जान ले लेता है। ऐसा केवल इसलिए हुआ कि इंद्रकांत त्रिपाठी योगी सरकार के पुलिस कप्तान को एक कारोबारी छह लाख रुपये का गुंडा टैक्स नहीं चुका सका।
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योगी सरकार की पुलिस के गुंडा बन जाने का इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा। योगी सरकार पूरे मामले में लीपापोती कर रही है। पीड़ित परिवार से मिलने से रोका जा रहा है। लेकिन सरकार यह जान ले कि कमजोर और गरीब की पीड़ा में बड़ी ताकत होती है। प्रदेश की जनता इसका पूरा हिसाब लेने के लिए तैयार है।
अखिलेश तिवारी