Lucknow University: एलयू में ऑनलाइन बीकॉम और एमकॉम पाठ्यक्रम के लिए आवेदन शुरू
Lucknow University: एलयूसीओडीई निदेशक प्रोफेसर पीयूष भार्गव ने बताया कि एलयू में ऑनलाइन बीकॉम और एमकॉम पाठ्यक्रम के लिए आवेदन आरंभ कर दिए गए हैं। इन पाठ्यक्रमों में कोई भी भारतीय नागरिक आवेदन करने का पात्र माना जाएगा।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में शैक्षिक सत्र 2024-25 के तहत ऑनलाइन स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन की शुरूआत हो गई है। इच्छुक अभ्यर्थी विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए आवेदन कर सकते हैं। इस संबंध में एलयू ऑनलाइन एवं दूरस्थ शिक्षा केंद्र (एलयूसीओडीई) के निदेशक की ओर से निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।
ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन शुरु
एलयूसीओडीई निदेशक प्रोफेसर पीयूष भार्गव ने बताया कि एलयू में ऑनलाइन बीकॉम और एमकॉम पाठ्यक्रम के लिए आवेदन आरंभ कर दिए गए हैं। इन पाठ्यक्रमों में कोई भी भारतीय नागरिक आवेदन करने का पात्र माना जाएगा। यह उन छात्रों के लिए एक अच्छा अवसर है जो किन्हीं कारणवश रेगुलर पाठ्यक्रमों में दाखिला नहीं पा सके। ऐसे सभी अभ्यर्थी ऑनलाइन बीकॉम और एमकॉम पाठ्यक्रम में एडमिशन लेकर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। प्रो. भार्गव का कहना है कि इन उपाधियों की मान्यता लखनऊ विश्वविद्यालय की रेगुलर उपाधियों के ही बराबर है। उन्होंने बताया कि प्रवेश के लिए किसी भी तरह सीटों की बाध्यता नहीं रखी गई है।
कक्षाओं का पीडीएफ और वीडियो उपलब्ध होगा
निदेशक प्रो. पीयूष भार्गव के मुताबिक बीकॉम उपाधि के लिए विद्यार्थियों को छह सेमेस्टर (तीन वर्ष) पास करने होंगे। हर सेमेस्टर में छह विषय होंगे जिनका पाठ्यक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय के रेगुलर बीकॉम जैसा ही है। विद्यार्थियों को सभी व्याख्यान का पीडीएफ और वीडियो ऑनलाइन ही उपलब्ध कराया जाएगा। उनकी समस्याओं और प्रश्नों का समाधान भी शिक्षकों की ओर से ऑनलाइन ही किया जाएगा। छह माह में मात्र सेमेस्टर परीक्षा के लिए ही विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय आना होगा। प्रो. भार्गव ने बताया कि परीक्षाएं प्रत्यक्ष रूप से लिखित माध्यम से कराई जाएंगी। एमकॉम के लिए चार सेमेस्टर (दो वर्ष) पास करने होंगे।
पाठ्यक्रमों की फीस तय
बीकॉम- पांच हजार रूपये (प्रति सेमेस्टर)
एमकॉम- आठ हजार रूपये (प्रति सेमेस्टर)
अगले सत्र से चार पाठ्यक्रमों में पीजी कर सकेंगे
एलयू में आगामी सत्र से कई पाठ्यक्रमों में परास्नातक और स्नातक की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की जाएगी। इसमें अंग्रेजी, संस्कृत, प्राचीन भारतीय इतिहास और अर्थशास्त्र में परास्नातक कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। जिसे विद्या परिषद और कार्य परिषद की मंजूरी भी मिल चुकी है। इसी तरह कई अन्य स्नातक कार्यक्रम भी आरंभ किए जाएंगे।