Lucknow University: कर्मयोगी योजना के लिए शुरु हुआ आवेदन, 31 जनवरी तक भरें फॉर्म

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र कल्याण कोष के माध्यम से कर्मयोगी योजना शुरू हुई थी। जिसके लिए इस शैक्षणिक सत्र की आवेदन प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। इस संबंध में विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर संगीता साहू ने एक पत्र जारी कर दिया है।

Report :  Abhishek Mishra
Update: 2024-01-29 08:17 GMT

Lucknow University (Pic: Social Media)

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में कर्मयोगी योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस योजना में आवेदन करने के लिए अंतिम तारीख 31 जनवरी तय की गई है। इस योजना के तहत चयनित छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ विश्वविद्यालय परिसर में ही काम करने का मौका मिलेगा। जिसके लिए छात्रों को अधिकतम 15 हजार रूपये का भुगतान किया जाएगा।

31 तक छात्र कर सकेंगे आवेदन

लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र कल्याण कोष के माध्यम से कर्मयोगी योजना शुरू हुई थी। जिसके लिए इस शैक्षणिक सत्र की आवेदन प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। इस संबंध में विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर संगीता साहू ने एक पत्र जारी कर दिया है। इस पत्र में आवेदन करने का लिंक भी शामिल है। इस लिंक के जरिए छात्र इस योजना के लिए अपना आवेदन कर सकते हैं। डीएसडब्ल्यू के मुताबिक एलयू के छात्र-छात्राएं 31 जनवरी तक अपनी एप्लीकेशन को जमा कर सकते हैं।

चयनित छात्रों की होगी नियुक्ति

डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर संगीता साहू ने बताया कि कर्मयोगी योजना के जरिए चयनित विद्यार्थियों को एलयू की प्रयोगशालाओं, पुस्तकालयों, कार्यालयों, कंप्यूटर सेंटर और छात्रावासों या मेस में नियुक्त किया जाएगा। इस योजना में चयनित पीएचडी छात्रों को शिक्षकों की सहायता और वरिष्ठ छात्रों को डे केयर सेंटर की गतिविधियों के लिए नियुक्त किया जाएगा।

प्रतिदिन दो घंटे छात्र करेंगे काम

इस कर्मयोगी योजना के अंतर्गत छात्रों को प्रतिदिन दो घंटे करना होगा। जिसके लिए उन्हें 15 हजार रूपये दिए जाएंगे। लखनऊ विश्वविद्यालय की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रोफेसर साहू का कहना है कि तय किए गए कार्य करने के लिए छात्र को रूपये की दर से भुगतान किया जाएगा। छात्रों को दिन भर में दो घंटे काम करने की अनुमति होगी।

छात्रों को मिलेंगे 15000 रुपए

योजना में विश्वविद्यालय के छात्रों को एक शैक्षणिक सत्र में 50 दिनों के अंदर 150 घंटा या प्रतिदिन ज्यादा से ज्यादा 2 घंटे काम करने की अनुमति दी जाएगी। प्रो. साहू कहना है कि कर्मयोगी योजना के तहत किसी भी मामले में एक छात्र को भुगतान की जाने वाली अधिकतम राशि 15 हजार रूपये होगी। 

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