Lucknow Crime News: 'लखनऊ पुलिस न होती तो... बहन की न बच पाती जान', जिंदगी और मौत के बीच झूल रही हमले में घायल रूबी

Lucknow News Today: लखनऊ के केजीएमयू में वरिष्ठ चिकित्सकों की निगरानी में घायल रूबी का ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। रूबी के भाई रहमत अली ने बताया कि रूबी के हाथ, गले और चेहरे के साथ साथ शरीर के अलग अलग हिस्सों में 45 से अधिक टांके लगे हैं।;

Update:2025-01-24 14:54 IST

Lucknow News Today Case of Knife Attack on Girl 

Lucknow News in Hindi: बीते सोमवार को मड़ियांव थानाक्षेत्र के शंकरपुर गांव में 24 साल की रूबी नाम की एक युवती पर सिरफिरे युवक ने घर में घुसकर ताबड़तोड़ चाकुओं से हमला कर दिया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। वहीं, घायल रूबी का ईलाज केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में चल रहा है। घायल रूबी के बड़े भाई रहमत अली ने बताया कि उनकी बहन की हालत नाजुक है लेकिन लखनऊ पुलिस की वजह से ही आज वह सांसे ले पा रही है। अगर समय रहते लखनऊ की मड़ियांव थाना पुलिस ने उसे अस्पताल न पहुंचाया होता तो मौजूदा हालातों को देखते हुए आज शायद स्थिति कुछ और ही होती। उन्होंने मड़ियांव पुलिस का शुक्रिया कहते हुए आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।

सभी घाव पर लगे टांके, बोल नहीं पा रही रूबी

लखनऊ के केजीएमयू में वरिष्ठ चिकित्सकों की निगरानी में घायल रूबी का ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है। रूबी के भाई रहमत अली ने बताया कि रूबी के हाथ, गले और चेहरे के साथ साथ शरीर के अलग अलग हिस्सों में 45 से अधिक टांके लगे हैं।

डॉक्टर लगातार उसकी देखरेख कर रहे हैं लेकिन उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। सांस लेने के लिए पाइप का सहारा लिया गया है। घटना के बाद से वह बोल नहीं पा रही है। हालांकि, डॉक्टर्स का कहना है कि जल्द ही रूबी की स्थिति में सुधार होगा।

मड़ियांव पुलिस ने बचाई रूबी की जान, जरूरत पर किया रक्त दान

रहमत अली ने बताया कि जिस वक्त ये घटना हुई, उस दौरान घर पर परिवार का कोई मौजूद नहीं था। सूचना पर पहुंची मड़ियांव पुलिस ने खून से लथपथ रूबी को बिना देरी किये आनन फानन में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। उस वक्त डॉक्टरों ने यही कहा कि यदि घायल को अस्पताल लाने में जरा भी देर होती तो शायद उसकी हालत बहुत गंभीर बन चुकी होती। उन्होंने बताया कि चाकू के कई वार से रूबी का खून बहुत बह चुका था। सर्जरी के दौरान खून की जरूरत पड़ी, उस वक्त अस्पताल में रूबी की माँ और पुलिसवालों के अलावा कोई नहीं था। तब भी लखनऊ पुलिस के पुलिसकर्मियों ने बिना देरी किये अपना रक्तदान किया और रूबी को नई जिंदगी दी। रहमत अली ने पुलिस से ग़ुज़ारिश करते हुए कहा कि घटना को 72 घंटे हो चुके हैं, अभी तक मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस जल्द से जल्द आरोपी को गिरफ्तार करके कानूनी कार्रवाई करे।

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