Lucknow News: अलीगंज में प्रतियोगी छात्रों ने कैंडल मार्च निकाल किया प्रदर्शन, जानें क्या है वजह

Lucknow News: अलीगंज के सेक्टर एच स्थित विजन लाइब्रेरी के पास से हाथों में मोमबत्ती लेकर निकले छात्रों ने पुरनिया चौराहे होते हुए उपाम भवन के निकट अपना गुस्सा जाहिर किया।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-11-12 20:15 IST

Lucknow News: पीसीएस और आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षाएं एक से अधिक दिन और पालियों में कराने के फैसले के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला। प्रयागराज के बाद लखनऊ में भी प्रतियोगी छात्रों ने मानकीकरण (नॉर्मलाइजेशन) के विरोध में प्रदर्शन किया। 


छात्रों ने किया प्रदर्शन 

अलीगंज के सेक्टर एच स्थित विजन लाइब्रेरी के पास से हाथों में मोमबत्ती लेकर निकले छात्रों ने पुरनिया चौराहे होते हुए उपाम भवन के निकट अपना गुस्सा जाहिर किया। पुलिस की मौजूदगी में वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला पीजी कॉलेज के बगल से सेक्टर ए होते हुए वापस विजन लाइब्रेरी पहुंचे। इस दौरान प्रतियोगी छात्रों ने उप्र. लोक सेवा आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हाथों में मोमबत्ती लेकर विरोध कर रहे छात्रों ने मानकीकरण को किसी भी सूरत में मानने से इनकार किया। प्रतियोगी छात्रों ने ‘एक दिन, एक पाली’ परीक्षा की मांग उठाई। बता दें, आयोग ने दो दिन परीक्षा कराने की सूचना पांच नवंबर को जारी की थी। उसी दिन से प्रतियोगी छात्रों ने 11 नवंबर से घेराव के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चलाना शुरू कर दिया था। जिसका नतीजा सोमवार को प्रयागराज में देखने को मिला था। 


मानकीकरण को किसी हाल में नहीं मानेंगे 

सीतापुर जिले के मिश्रिख तहसील के रहने वाले प्रतियोगी छात्र नेम सिंह यादव का कहना है कि उन्होंने वर्ष 2021 में कानपुर विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री हासिल की है। जिसके बाद से लगातार सिविल सेवा की तैयारी में जुटे हैं। नेम सिंह यादव ने बताया कि हमारा विरोध मानकीकरण को लेकर है। हम किसी भी सूरत में मानकीकरण को स्वीकार नहीं कर सकते। 

संविधान के खिलाफ मानकीकरण 

गोमती नगर क्षेत्र की रहने वाली प्रतियोगी छात्रा सौम्या ने बताया कि पीसीएस और आरओ/एआरओ का विज्ञापन जारी होने के बाद आयोग का नियम बदलने का निर्णय संविधान के खिलाफ है। 

सभी जिलों में कराएं परीक्षा 

राजाजीपुरम के रहने वाले कार्तिक ने मांग की है कि सरकार को सभी 75 जिलों में एक दिन एक ही पाली में परीक्षाएं करानी चाहिए। वहां के विश्वविद्यालयों और डिग्री कॉलेजों में अचूक व्यवस्था कर परीक्षाएं कराई जाएं।

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