Lucknow News हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की ऑनलाइन निगरानी के लिए कंट्रोल रूम तैयार: 306 परीक्षा केंद्र अति संवेदनशील और 692 संवेदनशील घोषित
माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार इस वर्ष नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं।;
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Lucknow News : प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी ने शुक्रवार को लखनऊ स्थित शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) के शिविर कार्यालय में राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया। यह कंट्रोल रूम 24 फरवरी 2025 से शुरू होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की ऑनलाइन निगरानी करेगा। माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार इस वर्ष नकलविहीन परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है और छात्रों से अपील की कि वे बिना भय और तनाव के आत्मविश्वास के साथ परीक्षा में शामिल हों। उन्होंने शिक्षकों से भी अपील की कि वे परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष और सुचारु रूप से संपन्न कराने में सहयोग दें।
परीक्षा केंद्रों की संख्या और सुरक्षा उपायों का विस्तार
बता दें कि इस वर्ष प्रदेश में कुल 8,140 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 576 राजकीय, 3,446 अशासकीय सहायता प्राप्त और 4,118 स्ववित्त पोषित विद्यालय शामिल हैं। इनमें से 306 परीक्षा केंद्रों को अति संवेदनशील और 692 को संवेदनशील घोषित किया गया है। नकल रोकने के लिए एसटीएफ और स्थानीय अभिसूचना इकाई को सक्रिय किया गया है, और प्रत्येक परीक्षा कक्ष में सीसीटीवी कैमरे और वॉयस रिकॉर्डर लगाए गए हैं।
परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए कड़े कदम
वहीं परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए प्रश्न-पत्रों में केंद्रवार कोडिंग की गई है और उत्तर पुस्तिकाओं में विशेष सुरक्षात्मक उपाय जोड़े गए हैं। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट और वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है। परीक्षा संचालन के लिए 8,140 केंद्र व्यवस्थापक, 8,140 बाह्य केंद्र व्यवस्थापक, 8,140 स्टैटिक मजिस्ट्रेट और अन्य अधिकारियों की तैनाती की गई है।
कठोर कानूनी कार्रवाई और आकस्मिक परिस्थितियों के लिए तैयारियां
माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। आकस्मिक परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रश्न-पत्रों के अतिरिक्त रिजर्व सेट्स भी तैयार रखे गए हैं। परीक्षा केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं की अदला-बदली रोकने के लिए भी सख्त कदम उठाए गए हैं। तो वहीं परीक्षा के दौरान छात्रों और अभिभावकों की समस्याओं के समाधान के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर 18001806607 और 18001806608 सक्रिय किए गए हैं। इसके अलावा, ईमेल, फेसबुक, एक्स हैंडल और व्हाट्सएप नंबर के माध्यम से भी संपर्क किया जा सकता है।