Lucknow News: खाटू श्याम मंदिर पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, डिप्टी सीएम भी रहे मौजूद
Lucknow News: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार सुबह बीरबल साहनी मार्ग स्थित खाटू श्याम मंदिर पहुंचे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे।;
खाटू श्याम मंदिर पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (आशुतोष त्रिपाठी)
Lucknow News: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार सुबह बीरबल साहनी मार्ग स्थित खाटू श्याम मंदिर पहुंचे। रक्षामंत्री ने मंदिर पहुंचकर भगवान खाटू श्याम का दर्शन और पूजन किया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे। खाटू श्याम मंदिर में दर्शन करने के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आलमबाग स्थित ऐकेडी पब्लिक स्कूल पहुंचेंगे। यहां रक्षामंत्री कैंट विधानसभा कार्यकर्ताओं के साथ संवाद करेंगे। कार्यकर्ताओं से संवाद करने के बाद रक्षामंत्री लखनऊ एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे।
भारत शांति का पुजारीः राजनाथ सिंह
राजधानी लखनऊ में संयुक्त कमांडरों के दो दिवसीय सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार दोपहर खाटू श्याम मंदिर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भगवान खाटू श्याम का विधिवत पूजन किया और आरती उतारी।
मंदिर से निकलने के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है। जिसने वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया है। भारत शांति का पुजारी है और हमेशा रहेगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि आज जिस तरह की वैश्विक परिस्थितियां हैं। उन्हे ध्याम में रखते हुए सैन्य कमांडर्स को कहा गया था कि विश्व और भारत में शांति की स्थापना के लिए सदैव युद्ध के लिए तत्पर रहें। ताकि कहीं भी ताकि शांति भंग न हो।
इससे पूर्व राजधानी लखनऊ में बीते गुरूवार को आर्मी कमांडरों के सम्मलेन को संबोधित करते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रूस-यूक्रेन एवं इजरायल-हमास संघर्षों और बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति का जिक्र किया था। उन्होंने कमांडरों से इन घटनाओं का विश्लेषण करने, देश के समक्ष आने वाले समस्याओं का अनुमान लगाने और उनके निपटने की तैयारी के लिए रणनीति बनाने का आह्वान किया था।
रक्षा मंत्री ने कहा कि वैश्विक अस्थिरता के बावजूद भी भारत शांतिपूर्ण तरीके से विकास कर रहा है। इसके बावजूद भी चुनौतियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हमें सतर्क रहने की जरूरत है। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि हम अमृत काल के दौरान अपनी शांति को बरकरार रखें। उन्होंने कहा कि हमें अपने वर्तमान परिदृष्य पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। इसके लिए एक सुदृढ़ राष्ट्रीय सुरक्षा का घटक होना चाहिए।