Lucknow University: मिड टर्म की मनाही के बाद भी कराई जा रही परीक्षाएं, कई संकायों ने जारी किया कार्यक्रम
Lucknow University: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार विद्यार्थियों का सतत आंतरिक मूल्यांकन (सीआईई) कराया जाना है जिसे शिक्षक शिक्षण कार्य के साथ पूरा करेंगे। विश्वविद्यालय सीआईई के लिए किसी भी प्रकार का मिड टर्म परीक्षाएं आयोजित नहीं करेंगे।
Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय में शासन की ओर से जारी शैक्षणिक कैलेंडर 2024-25 का पालन नहीं किया जा रहा है। विवि के कई विभागों में मिड टर्म परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। जबकि शैक्षणिक कैलेंडर में सतत आंतरिक मूल्यांकन के लिए साफ तौर पर मिड टर्म परीक्षाओं को कराने की मनाही है।
मनाही के बाद भी कार्यक्रम जारी
प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल ने आठ जुलाई, 2024 को प्रदेश के सभी उच्च शिक्षण संस्थाओं के लिए शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया था। जिसमें शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए स्नातक और परास्नातक पाठ्यक्रमों के शिक्षण और परीक्षा कार्यक्रम तय किए गए थे। इसी कैलेंडर के बिन्दु संख्या 11 पर सतत आंतरिक मूल्यांकन का भी जिक्र किया गया था। इसमें कहा गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार विद्यार्थियों का सतत आंतरिक मूल्यांकन (सीआईई) कराया जाना है जिसे शिक्षक शिक्षण कार्य के साथ पूरा करेंगे। विश्वविद्यालय सीआईई के लिए किसी भी प्रकार का मिड टर्म परीक्षाएं आयोजित नहीं करेंगे। सीआईई के लिए शिक्षक परीक्षाओं के स्थान पर 26 अगस्त, 2021 को जारी शासनादेश संख्या-2058/सत्तर-3-2021-08(3)/2020 में दिए गए सुझावों के आधार पर विधार्थियों का सर्वांगीण मूल्याकन करेंगे। साथ ही सीआईई में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा नियंत्रक नीति निर्धारित करेंगे। मगर, इसके ठीक उलट लखनऊ विश्वविद्यालय के कई संकायों में मिड टर्म परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक विद्यानंद त्रिपाठी का कहना है कि परीक्षा विभाग की ओर से मिड टर्म को लेकर कोई शेड्यूल नहीं जारी किया गया है।
इन विभागों में मिड टर्म परीक्षा कार्यक्रम जारी
एलयू के कंप्यूटर साइंस विभाग ने बीएससी प्रथम व तृतीय सेमेस्टर और वाणिज्य ने एमकॉम प्रथम सेमेस्टर व एमबीए फाइनेंस एंड अकाउंटिंग प्रथम व तृतीय सेमेस्टर के लिए मिड टर्म परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। इसी तरह समाज कार्य विभाग ने एमएसडबल्यू, मास्टर ऑफ पॉप्युलेशन स्टडीज, एमए इन क्रिमिनोलॉजी एंड क्रिमिनल जस्टिस एडमिनिस्ट्रेशन और मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ (कम्युनिटी मेडिसिन) के तृतीय सेमेस्टर के लिए मिड टर्म परीक्षा शेड्यूल घोषित किया है।
कला संकाय के कई विभागों में नहीं हो रहीं
एलयू में ही कला संकाय के अंतर्गत आने वाले कई विभागों में मिड टर्म परीक्षाएं नहीं हो रही हैं। इसके स्थान पर असाइनमेंट, प्रोजेक्ट, प्रेजेंटेशन और कई तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित कर विद्यार्थियों का सतत आंतरिक मूल्यांकन किया जा रहा है।
मिड टर्म के तौर पर अतिरिक्त दबाव
एनईपी 2020 लागू होने के बाद स्नातक और परास्नातक स्तर के सभी पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को वर्ष में दो बार परीक्षाएं देनी होती हैं। विश्वविद्यालय सम और विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं का आयोजन करते हैं। जबकि एनईपी से पूर्व सिर्फ साल में एक बार वार्षिक परीक्षा होती थी। ऐसे में मिड टर्म परीक्षा छात्रों पर अतिरिक्त दबाव पैदा करती है।