Lucknow News: लखनऊ में कुत्तों का आतंक! हर रोज 100 से ज्यादा लोगों को काट रहे कुत्ते

Lucknow News: केजीएमयू में संक्रामक रोग विशेषण प्रोफेसर डी हिमांशु के मुताबिक कुत्ते काटने के 24 घंटे के भीतर एंटी रेबीज इंजेकेशन लगवाना अनिवार्य होता है।

Newstrack :  Network
Update: 2024-07-14 04:14 GMT

प्रतीकात्मक तस्वीर (सोशल मीडिया)

Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आवारा कुत्तों को आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। आलम ये हो गया है कि लखनऊ में आवारा कुत्ते रोजाना 100 से ज्यादा लोगों को काट रहे हैं। बीते जून महीने में 3510 लोगों को एंटी रेबीज वैक्सीन लखनऊ के अस्पतालों में लगाई गई। यह आंकड़ा लखनऊ के सिर्फ चार अस्पतालों का है। वहीं, बड़ी बात ये हैं कि कुल पीड़ितों में 40 प्रतिशत बच्चे शामिल हैं। लगातार बढ़ रही इस तरह की घटनाओं के बाद जिम्मेदारों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक जून महीने में बलरामपुर अस्पताल में सबसे अधिक 1280 लोगों ने एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाए। रोजाना की बात करें तो बलरामपुर में लगभग 40-45, सिविल में 20-25, लोकबंधु और लोहिया संस्थान में 25-30 लोग एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाने पहुंचे। इनमें ज्यादातार लोग पुराने लखनऊ चौक, चौपटिया, नक्खास, मौलवीगंज, सआदतगंज, ठाकुरगंज, सदर, डालीगंज इलाके के होते हैं। सरकारी अस्पताल में ये इंजेक्शन बिल्कुल मुफ्त में लगते हैं।

72 घंटे के अंदर एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाना अनिवार्य

केजीएमयू में संक्रामक रोग विशेषण प्रोफेसर डी हिमांशु के मुताबिक कुत्ते काटने के 24 घंटे के भीतर एंटी रेबीज इंजेकेशन लगवाना अनिवार्य होता है। कुत्ते की लार में मौजूद रेबीज वायरस से हाइड्रोफोबिया का खतरा होता है। यह एक लाइलाज बीमारी है और इसकी वजह से मरीज की मौत हो सकती है। यदि किसी भी व्यक्ति को रेबीज संक्रिमत जानवर ने काट लिया और उसके 24 घंटे के अंदर वैक्सीन नहीं लगवाया तो उसे संक्रमण की पूरी संभावना रहती है।

कुत्ते या किसी जानवर के काटने पर क्या करें?

काटे हुए स्थान पर कम से कम 10 से 15 मिनट तक साबुन या फिर डेटाल से साफ करें। वहीं, जितना जल्दी हो सके वैक्सीन का टीका लगवाएं। काटे हुए स्थान पर मिर्च न बांधे, घाव ज्यादा होने पर भी उसमें टांके न लगवाएं।

Tags:    

Similar News