UP Politics: 'बीजेपी की बुरी नज़र किसानों की जमीन-पैदावार पर', मेरठ में किसान आत्मदाह पर अखिलेश यादव का ट्वीट
Akhilesh Yadav on Meerut Incident: आत्मदाह का प्रयास करने वाले किसान को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। उसकी हालत गंभीर है। वहीं, प्रदेश में अब सियासी पारा चढ़ने लगा है।
Akhilesh Yadav News: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में सरकारी अफसरों की लापरवाही की वजह से एक किसान को आत्मदाह के लिए मजबूर होना पड़ा। किसान ने खुद को आग लगा ली। अब इस मामले पर यूपी की सियासत गरमाने लगी है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बीजेपी को घेरा। अखिलेश ने कहा, 'भाजपा किसान विरोधी पार्टी है, भाजपा की नजर किसानों की जमीन के साथ उनके खेतों में होने वाली पैदावार पर भी है'।
क्या लिखा अखिलेश यादव ने?
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, 'यूपी में भाजपा के तथाकथित अमृत काल की इससे दुर्भाग्यपूर्ण तस्वीर और क्या हो सकती है कि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ समझे जाने वाला किसान आज अपनी जमीन को बचाने के लिए ख़ुद को आग लगाने पर मजबूर हो रहा है। मेरठ में वन विभाग द्वारा अपनी जमीन हड़पे जाने के बाद कई बार कोशिश करने पर भी सुनवाई न होने से हताश होकर ख़ुद को आग लगाने वाले किसान को सबसे पहले अच्छे से अच्छा इलाज सुनिश्चित कर बचाया जाए और फिर उसकी जमीन लौटाई जाए।'
भाजपा खेती और किसान दोनों को विरोधी है। जबसे भाजपा आई है तबसे उसकी बुरी नज़र किसानों की जमीन पर भी है और उनकी पैदावार पर भी। चाहे भूमि के अधिग्रहण का कानून रहा हो, खाद की बोरी में चोरी, महँगे बीज, बिजली, सिंचाई के रूप में लगातार बढ़ती कृषि लागत और फसल की लगातार घटती कीमत या काले क़ानून सब भाजपा की किसान विरोधी सोच का उदाहरण हैं। किसान भाजपा का दाना-पानी उठा देंगे।
क्या है मामला?
आपको बता दें कि, मेरठ के थाना हस्तिनापुर के गांव अलीपुर मोरना में वन विभाग की जमीन से अतिक्रमण हटाए जाने से गुस्साए किसान ने शुक्रवार (05 जनवरी) को तहसील पहुंचकर पेट्रोल छिड़क आत्मदाह का प्रयास किया। घटना के वक़्त मौके पर मौजूद एसडीएम और सीओ पेशी में तैनात सिपाही ने कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया। आग में झुलसे किसान को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया गया है। लेकिन, उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। आख़िरकार, किसान को जिला अस्पताल रेफर किया गया। सपा अध्यक्ष ने इसी मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरा है।
दरअसल, वन विभाग की जमीन पर कब्जे की शिकायत प्रशासन को मिली थी। हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के गांव अलीपुर में वन विभाग की जमीन पर बीते कई सालों से किसान अवैध तरीके से रह रहे हैं। कई किसान तो वर्षों से जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर खेती तक कर रहे हैं।
40 वर्षीय किसान ने लगा ली आग
दरअसल, वन विभाग की जमीन पर कब्जे की शिकायत प्रशासन को मिली थी। हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के गांव अलीपुर में वन विभाग की जमीन पर बीते कई सालों से किसान अवैध तरीके से रह रहे हैं। कई किसान तो वर्षों से जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर खेती तक कर रहे हैं। वन विभाग की शिकायत लेकर एसडीएम के पास पहुंचे थे। वन विभाग की कार्रवाई से परेशान 40 वर्षीय किसान जगबीर ने तहसील में एसडीएम दफ्तर के पास टीन शेड पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली।