Lucknow Crime: एक महीने से बाघ को नहीं पकड़ पा रही वन विभाग की टीम, ग्रामीणों में दहशत बरकरार

Lucknow Crime: रहमानखेड़ा में शनिवार को सरकारी कॉलोनी के पास भी बाघ की आमद दर्ज हुई है। इसके चलते कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों और उनके परिवारों में दहशत का माहौल है।;

Written By :  Santosh Tiwari
Update:2025-01-06 14:35 IST

कैमरे में कैद हुई थी इमेज। Photo- Social Media

Lucknow Crime: काकोरी के रहमान खेड़ा में पिछले एक महीने से वन विभाग की टीम बाघ को नहीं पकड़ पा रही है। तमाम दावों के बावजूद बाघ अब भी विभागीय टीमों की पकड़ से दूर है। रविवार को बाघ ने मंडौली गांव में एक मवेशी का शिकार किया । उधर, घटनास्थल से दो किलोमीटर दूर जंगल में बाघ की तलाश में वन विभाग की टीमें हथिनी के साथ गश्त करती रह गई। डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने वन विभाग के अधिकारियों और स्थानीय ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर इस विषय पर बातचीत भी की। प्रधानों ने कहा कि बाघ की वजह से करीब 50 गांवों में दहशत है।

सरकारी कॉलोनी के पास चहलकदमी

रहमानखेड़ा में शनिवार को सरकारी कॉलोनी के पास भी बाघ की आमद दर्ज हुई है। इसके चलते कॉलोनी में रहने वाले कर्मचारियों और उनके परिवारों में दहशत का माहौल है। वहीं, कोतवाली में हुई बैठक में डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव, वन विभाग के नोडल अधिकारी चंदन चौधरी, रेंजर सोनम दीक्षित, बाघ पकड़ने के एक्सपर्ट प्रेम चंद्र पांडे भी मौजूद रहे। इस दौरान अधिकारियों ने ग्राम प्रधानों से बातचीत की और उनसे स्थानीय स्थिति की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह भी दी। वहीं, ग्राम प्रधानों ने अधिकारियों पर बाघ पकड़ने में ढिलाई दिखाने का आरोप भी लगाया गया है। उन्होंने कहा कि एक महीने से बाघ इलाके में है लेकिन वन विभाग फिर भी बाघ को पकड़ नहीं पा रहा है।

केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में हुई थी पहली आमद

बीते 2 और 3 दिसंबर के करीब केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान में सबसे पहले बाघ की आमद दर्ज हुई थी। यहां काम करने वाले मजदूरों ने पग मार्क्स देखे थे और दहाड़ भी सुनी थी। हालांकि, शुरुआत में वन विभाग के अधिकारियों ने बाघ की पुष्टि न होने की बात कहते हुए किसी जंगली जानवर की उपस्थिति की बात कही थी। इसके बाद पग चिन्ह देखे गए तो बाघ के होने की बात पता चली। वन विभाग ने ट्रैप कैमरे भी लगाए जिनमे बाघ की तस्वीरें कैद हुई। बाघ की पुष्टि होने के बाद कानपुर जू से एक्सपर्ट्स की टीम को भी बुलाया गया लेकिन बाघ को पकड़ा नहीं जा सका। पिछले करीब दो दिनों से हथिनी इलाके के कांबिंग कर रही है लेकिन अब भी बाघ पकड़ से दूर है। अभी तक बाघ दो वनरोज और एक पड़वे समेत कुल चार जानवरों का शिकार कर चुका है।

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