Lucknow Crime: शहर में युवती से कार के अंदर की गई छेड़खानी, रस्सी से गला कसकर मारने का भी प्रयास, केस
Lucknow Crime: पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता ने बताया कि वह आशियाना थाना क्षेत्र में रहती है। बीते 18 नवम्बर को होम सर्विस के द्वारा उसकी दोस्ती आनन्द नामक युवक से हुई थी।
Lucknow Crime: राजधानी में युवतियों से छेड़खानी और मारपीट के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला आशियाना थानाक्षेत्र से सामने आया है जहाँ आरोपियों ने अपने ही पैसे वापस मांगने पर कार में बैठाकर युवती से जमकर छेड़छाड़ की। विरोध करने पर कार के अंदर ही आरोपियों ने रस्सी से गला कसकर उसे मारने का प्रयास किया। युवती किसी तरह कार से निकलकर भागी। प्राथमिक उपचार के बाद उसने आशियाना थाने पर केस दर्ज कराया। केस दर्ज कर पुलिस मामले की जाँच में जुटी है। इंस्पेक्टर छत्रपाल सिंह ने बताया कि केस दर्ज किया गया है। सभी आरोपी फरार हैं, उनकी तलाश की जा रही है।
15 हजार न लौटाने के लिए की वारदात
पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता ने बताया कि वह आशियाना थाना क्षेत्र में रहती है। बीते 18 नवम्बर को होम सर्विस के द्वारा उसकी दोस्ती आनन्द नामक युवक से हुई थी। उसी ने संजय उर्फ सत्यम सिंह से मुलाकात कराई थी। सत्यम ने उसे एक स्कीम के बारे में बताया और उसमें लाभ कमवाने का दावा भी किया। इसके बाद युवती से 15 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। हालाँकि, बाद में युवती ने स्कीम में पैसा लगाने से मना किया और कहा कि मेरी रकम वापस कर दो।
गाड़ी में पैसा देने के लिए बुलाया
युवती का आरोप है कि पैसे देने के नाम पर सत्यम और हिमांशु नामक आरोपियों ने उसे शिव मंदिर के पास बुलाया। यहीं पर उन्होने स्कॉर्पियो गाड़ी यूपी 32 पीडी 5009 में बैठा लिया। इसी बीच संजय सिंह कार से उतरकर पीछे वाली सीट पर बैठी तभी संजय उर्फ़ सत्यम भी पिछली सीट पर आकर बैठ गया। इस बीच युवकों ने उससे छेड़छाड़ शुरू कर दी। युवती ने जब विरोध किया तो आरोपी रस्सी से उसका गला दबाने लगे। इस बीच युवती किसी तरह गाड़ी से निकलकर भागी। शिकायत के अनुसार, भागने के दौरान युवती के चप्पल, मोबाइल और दुपट्टा भी कार में ही छूट गए। घटना में युवती को चोटें भी आई हैं। प्राथमिक उपचार के बाद उसने आशियाना थाने पर लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर छत्रपाल सिंह ने कहा कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। सीसीटीवी कैमरों की मदद भी ली जा रही है।