Lucknow University: थाईलैंड के छात्रों को हिन्दी-अंग्रेजी सिखा रहें JRF, शहर से हर माह 4800 लोग भरते उड़ान

Lucknow University: प्रवक्ता प्रो. श्रीवास्तव का कहना है कि अंग्रेजी विभाग में संचालित थाईलैंड से आए सभी विद्यार्थियों को हिन्दी और अंग्रेजी भाषा बोलना, लिखना व पढ़ना सिखाया जा रहा है।

Report :  Abhishek Mishra
Update:2024-09-25 09:45 IST

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी थाईलैंड से आए छात्रों को हिन्दी और अंग्रेजी भाषा सिखा रहे हैं। जिससे वह भारत से जाने वाले पर्यटकों संग सहजता से बातचीत कर सकें। उनके संग व्यापार में कोई बाधा न उत्पन्न हो सके। एलयू के अंग्रेजी एवं आधुनिक यूरोपीय भाषा विभाग में तीन माह के सर्टिफिकेट कोर्स इन कॉन्टेक्स्टचुअल कम्युनिकेशन की शुरूआत हुई है। इसमें कुल 11 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। यह सभी छात्र-छात्राएं थाईलैंड के रहने वाले हैं। 

थाईलैंड के छात्र सीख रहे हिंदी और अंग्रेजी 

प्रवक्ता प्रो. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि विदेशी विद्यार्थियों को भारतीय भाषा का ज्ञान हो और वह किसी द्विपक्षीय वार्तालाप को आसानी से समझ सकें। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली बैठकों में ऐसे प्रोफेशनल्स की जरूरत भी होती है। जो दोनों देशों की भाषाओं से भलीभांति परिचित हों। एयरपोर्ट समेत कई अन्य स्थानों पर भी ऐसे लोग रखे जाते हैं। जिसे ध्यान में रखकर इस कोर्स को डिजाइन किया गया है। प्रवक्ता प्रो. श्रीवास्तव का कहना है कि अंग्रेजी विभाग में संचालित थाईलैंड से आए सभी विद्यार्थियों को हिन्दी और अंग्रेजी भाषा बोलना, लिखना व पढ़ना सिखाया जा रहा है। जिससे उन्हें भाषायी ज्ञान सही ढंग से हो सके। 

जेआरएफ शोधार्थी सिखा रहे भाषाएं

थाईलैंड से आए विद्यार्थियों को कम समय में हिन्दी और अंग्रेजी भाषा सिखाने के लिए जेआरएफ को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। कक्षाएं खत्म होने के बाद छात्रों को जेआरएफ के साथ वक्त बिताना होता है। इस दौरान जेआरएफ उनसे हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में ही बात करते हैं। जिससे वह सही ढ़ंग से भाषा सीख सकें। 

4800 लोग हर महीने भरते उड़ान 

होमस्टे और होटल की ऑनलाइन बुकिंग करने वाले प्लेटफॉर्म एयरबीएनबी के डाटा के मुताबिक, भारत से थाईलैंड जाने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। वर्ष 2023 में तकरीबन 60 फीसदी की बढ़ोतरी भी हुई। होली और ईस्टर के समय छुट्टियां बिताने वालों की तादाद काफी ज्यादा है। जबकि लखनऊ से हर माह लगभग 4800 लोग थाईलैंड जाते हैं। इसमें जेनरेशन जेड यानी जिनका जन्म 1996 से 2010 और मिलेनियल्स मतलब 1981 से 1996 के बीच जन्में लोगों की तादाद सबसे अधिक है।

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