BHU की तर्ज पर बनेगा KGMU कैंपस...इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की ओर से आयोजित सम्मेलन में बोले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक
Lucknow News: मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज से मेडिकल यूनिवर्सिटी बन जाने पर भी यहां जगह नहीं बढ़ पाई है। अब केजीएमयू को साढ़े चार एकड़ जमीन मिली है। जिस पर पैरामेडिकल कॉलेज व अन्य विभाग बनेंगे।
Lucknow News: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में राष्ट्रीय इमरजेंसी मेडिसिन एंड इंटेंसिव केयर सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। दो दिवसीय सम्मेलन में देशभर के वरिष्ठ चिकित्सक हिस्सा लेंगे। यहां मुख्य अतिथि यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक रहे।
बीएचयू की तरह बनेगा कैंपस
केजीएमयू के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की ओर से शनिवार को अटल बिहारी वाजपेई कन्वेंशन सेंटर में सम्मेलन का उद्घाटन समारोह आयोजित हुआ। सम्मेलन में वरिष्ठ चिकित्सक मेडिसिन की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालेंगे। मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज से मेडिकल यूनिवर्सिटी बन जाने पर भी यहां जगह नहीं बढ़ पाई है। अब केजीएमयू को साढ़े चार एकड़ जमीन मिली है। जिस पर पैरामेडिकल कॉलेज व अन्य विभाग बनेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में कैंपस में भीतर से रोड़ जाती है। उसी तर्ज पर रेलवे ब्रिज के पास केजीएमयू के बड़ा गेट बनाया जायेगा। पूरे परिसर को एक करने की योजना है। जिससे मरीजों को एक विभाग से दूसरे विभाग में जाने में समस्या का सामना न करना पड़े। डिप्टी सीएम ने कहा कि सबको आने जाने से नहीं रोकेंगे। लेकिन उपचार कराने आ रहे लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। शासन इसपर कई विभागों से मिलकर बातचीत करेगा।
विभाग को नई ऊंचाई पर ले जायेंगे
केजीएमयू कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि डिप्टी सीएम का धन्यवाद कि उन्होंने दो दिन पहले ही केजीएमयू के लिए अतिरिक्त भूमि अप्रूव कराई है। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि केजीएमयू में मरीजों की बड़ी संख्या इलाज के लिए आते हैं। नई भूमि पर बहुत सी क्लिनिकल फैसिलिटी डिवेलप की जाएंगी। एक सप्ताह पूर्व 76 रेगुलर फैकल्टी मेंबर्स की भी नियुक्ति हुई है। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. हैदर अब्बास के साथ मिलकर इस विभाग को नई ऊंचाई तक ले जाएंगे। सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले सभी डॉक्टरों का धन्यवाद।
ऑर्गन स्पेशलाइजेशन की ओर बढ़ रहा छात्रों का रुझान
सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज के वाइस प्रेसिडेंट प्रो. मीनू वाजपेई ने कहा कि ऑर्गन स्पेशलाइजेशन की ओर छात्रों का अधिक रुझान बढ़ा है। विभाग ने मेडिसिन के कई नए पहलुओं के बारे में खोज की है। छोटी से छोटी चीजों के बारे में विभाग द्वारा गहन अध्ययन किया गया है। देश के मेडिकल संस्थानों को इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को लेकर ही सबसे अधिक दिक्कत होती है। रिसोर्सेस के साथ रिसर्च भी बहुत ही आवश्यक है।