Lucknow News: BBAU में हुआ व्याख्यान, अतिथि बोले- प्रमुख संगठन के रूप में उभर रहा भारत
Lucknow News: मुख्य अतिथि प्रो. शांतेश कुमार सिंह ने कहा कि उदारवाद की शुरुआत एक विचारधारा के रूप में हुई। आज जब वैश्विक मामलों में पश्चिमी देश अपने कदम पीछे ले रहा है वहीं भारत अपनी उदारवादी कूटनीति के कारण एक प्रमुख संगठन के रूप में उभर रहा है।
Lucknow News: बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में मंगलवार को राजनीति विज्ञान विभाग के ओर से '21वीं सदी में अंतर्राष्ट्रीय उदारवादी व्यवस्था के प्रति भारत की प्रतिक्रिया' विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। यहां मुख्य अतिथि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, संगठन और निरस्त्रीकरण केंद्र के प्रो. शांतेश कुमार सिंह रहे। मंच पर राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सार्तिक बाघ, कार्यक्रम समन्वयक प्रो. रिपु सूदन सिंह, प्रो. विनोद खोबरागड़े एवं डॉ. सिद्धार्थ मुखर्जी उपस्थित रहे।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया भारत
मुख्य अतिथि प्रो. शांतेश कुमार सिंह ने कहा कि उदारवाद की शुरुआत एक विचारधारा के रूप में हुई। आज जब वैश्विक मामलों में पश्चिमी देश अपने कदम पीछे ले रहा है वहीं भारत अपनी उदारवादी कूटनीति के कारण एक प्रमुख संगठन के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता, वैश्विक स्तर पर लोकतंत्र की मज़बूती , सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने एवं जलवायु परिवर्तन आदि समस्याओं से निपटने में भारत के प्रयासों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है, जो स्वयं में भारत देश की नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
भारत नैतिकता की लड़ाई करने वाला देश
कार्यक्रम समन्वयक प्रो. रिपु सूदन सिंह ने कहा कि भारत देश तेजी से आधुनिकीकरण की राह पर अग्रसर है। भारत को दुनिया में नैतिकता और अच्छाई के हक की लड़ाई करने वाला देश माना जाता है। भारत की यही विशेषता वैश्विक स्तर पर इसे अन्य देशों से अलग बनाती है। इसके अतिरिक्त प्रो. सार्तिक बाघ ने भी भारत के उदारवादी दृष्टिकोण से संबंधित पहलुओं पर अपने विचार रखे। इस मौके पर डॉ . प्रदीप कुमार सिंह, डॉ. सिद्धार्थ मुखर्जी, डॉ. ओ. पी. बी. शुक्ला, डॉ. प्रीति चौधरी , डॉ. रमेश नैलवाल, विभिन्न विभागों के शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।