Lucknow Crime: लिव इन पार्टनर पर करता था शक और नहीं करना चाहता था लव मैरिज, इसीलिए की हत्या, गिरफ्तार
Lucknow Crime: पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अंजलि के चरित्र पर भी शक करता था। उसे लग रहा था कि अंजलि किसी और से भी संपर्क में है। इसे लेकर अक्सर दोनों के बीच झगड़ा भी होता था।
Lucknow Crime: बीबीडी थानाक्षेत्र में बीते मंगलवार को हुई अंजलि (42) की हत्या चरित्र पर शक और कोर्ट मैरिज से बचने के लिए उसके प्रेमी ने की थी। इस बात का खुलासा पुलिस ने गुरुवार को आरोपी प्रेमी देवा को गिरफ्तार करने के बाद किया है। शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने क़ुबूल किया है कि अंजलि उसके ऊपर कोर्ट मैरिज करके साथ रहने का दबाव बना रही थी। जबकि वह बिना कोर्ट मैरिज किए अंजलि के साथ रहना चाहता था। अंजलि ने उससे कई बार कहा था कि कोर्ट में शादी कर ले लेकिन आरोपी हर बार अंजलि को बाराबंकी स्थित अपने गाँव फ़रिश्तीपुर ले जाना चाहता था जबकि अंजलि बिना कोर्ट मैरिज उसके साथ नहीं जाना चाहती थी। वारदात की रात इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था। इसके बाद आरोपी ने प्रेमिका को मौत के घाट उतार दिया। गुरुवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
चरित्र पर भी करता था शक
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अंजलि के चरित्र पर भी शक करता था। उसे लग रहा था कि अंजलि किसी और से भी संपर्क में है। इसे लेकर अक्सर दोनों के बीच झगड़ा भी होता था। मंगलवार को भी कोर्ट मैरिज की बात से शुरू हुई लड़ाई चरित्र पर शक करने तक पहुंची। इसके बाद आरोपी ने किराए के मकान में सिलबट्टे से कूचकर अंजलि को मौत के घाट उतार दिया। अंजलि की चीख सुनकर मकान मालकिन भी कमरे तक पहुंची थी लेकिन तब तक आरोपी वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया था।
फोन भी नहीं रखता था आरोपी, मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तारी
बीबीडी थानाध्यक्ष अजय नारायण सिंह ने बताया कि हत्या के बाद अंजलि के पति विजय की तहरीर पर आरोपी देवा के खिलाफ केस दर्ज किया गया। गुरुवार को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी इंदिरा नहर पुलिस के पास निकलने वाला है। सटीक सूचना के आधार पर पुलिस ने देर रात दबिश देकर आरोपी को दबोच लिया। पूछताछ में आरोपी ने वारदात कुबूल कर ली है। वहीँ, पूछताछ के दौरान आरोपी के चेहरे पर ज़रा भी शिकन नहीं दिखी। सूत्रों ने बताया कि आरोपी को घटना के बाद ज़रा भी मलाल नहीं है। उसने आसानी से वारदात भी क़ुबूल कर ली। फ़िलहाल, उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
परिवार और बच्चों को छोड़ना पड़ा भारी
जानकारी के अनुसार अंजलि की शादी सीतापुर के बाड़ी सिधौली निवासी विजय वाल्मीकि से हुई थी। वह सफाई पर संविदा कर्मी की नौकरी करता है। अंजलि भी बाराबंकी स्थित हिन्द अस्पताल में सफाईकर्मी का काम करती थी। इस बीच उसकी देवा से नजदीकी बढ़ी और उसने अपने पति समेत चार बच्चों राजा, मुस्कान, कोमल, आदित्य को छोड़ दिया। उसकी पांचवी बेटी शीलू बीबीडी स्थित नेवाजपुर में उसके साथ ही रह रही थी लेकिन नवरात्र पर अपनी बहन के घर गई हुई थी। अंजलि के पांच बच्चों में मुस्कान और कोमल की शादी हो चुकी है। बाकी उसके पति के साथ रह रहे थे। हालाँकि, परिवार को छोड़कर प्रेमी के साथ रहने का नतीजा अंजलि की मौत के रूप में सामने आया।