Lucknow News: ट्रेन दुर्घटना में बचाव को NDRF ने रेलवे के साथ किया मॉक अभ्यास
Lucknow News:रेलवे यार्ड आलमबाग में NDRF एवं रेलवे द्वारा ट्रेन दुर्घटना पर एक संयुक्त मॉक अभ्यास किया गया। मॉक अभ्यास के दौरान उत्तर रेलवे की एक ट्रेन की तीन बोगियों के दुर्घटनाग्रस्त होने का दृश्य रखा गया।
Lucknow News: रेलवे यार्ड आलमबाग में एनडीआरएफ एवं रेलवे द्वारा ट्रेन दुर्घटना पर एक संयुक्त मॉक अभ्यास किया गया। मॉक अभ्यास के दौरान उत्तर रेलवे की एक ट्रेन की तीन बोगियों के दुर्घटनाग्रस्त होने का दृश्य रखा गया। 11 एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा और रेलवे की ओर से मनीष थपलियाल (डीआरएम) के दिशा निर्देशन में मॉक अभ्यास का संचालन किया गया।
इसमें 11 एनडीआरएफ लखनऊ टीम के साथ रेलवे की दुर्घटना यान एआरटी, एसडीआरएफ, आरपीएफ, फायर विभाग, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा किसी भी प्रकार की ट्रेन दुर्घटना या ट्रेन में आग लगने जैसी आपदा होने पर खोज, राहत व बचाव कार्य के लिए संयुक्त अभ्यास किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य घायल व चोटिल व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी एजेंसियों का रेस्पोंस चेक करना व सभी स्टेक होल्डरस के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना है।
इस मॉक अभ्यास के प्रथम चरण में एनडीआरएफ अधिकारियों व उत्तर रेलवे के अधिकारियों, फायर विभाग, पी.डब्लू.डी., जिला पुलिस, स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य सम्बंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा बैठक कर इस मॉक अभ्यास की सम्पूर्ण रूपरेखा तैयार की गयी तथा द्वितीय चरण में मॉक अभ्यास किया गया। मॉक अभ्यास में ट्रेन की तीन बोगियां के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने का दृश्य रखा गया। जिसमें दस से पंद्रह यात्रियों के फँसे होने की सूचना देकर सर्च एवं रेस्क्यू के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीम एवं अन्य एजेंसियों को बुलाया गया। इसमें बोगियों के भीतर पहुंच बनाने तथा यात्रियों को निकलने के लिए बोगियों को उर्धवर्धर तथा क्षैतिज दोनों दिशाओं से काटा गया। फिर मेडिकल टीम ने घायलों को स्थिरता प्रदान करते हुए बाहर निकाला।
सभी एजेंसियों ने आपसी तालमेल एवं समन्वय से राहत एवं बचाव कार्य को पूरा किया। इस मॉक अभ्यास का सम्पूर्ण नेतृत्व 11 एनडीआरएफ के क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र लखनऊ के प्रभारी अनिल कुमार पाल उप कमांडेंट ने किया। एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व टीम कमांडर निरीक्षक बिनय कुमार व निरीक्षक अजय सिंह द्वारा किया गया। इस मोचक अभ्यास में एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम द्वारा खोज एवं बचाव का कार्य किया गया।