Lucknow Crime: पुलिस चौकी के अंदर जबरन चोरी क़ुबूल करवाने के लिए युवक को दी थर्ड डिग्री, हेड कांस्टेबल सस्पेंड

Lucknow Crime: डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने कहा कि सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जाँच चल रही है।

Written By :  Santosh Tiwari
Update:2024-11-15 19:23 IST

युवक ने दी जानकारी। Video-Social Media 

Lucknow Crime: राजधानी लखनऊ में पुलिसिया अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला पीजीआई थाना क्षेत्र से सामने आया है जहां पुलिस ने जबरन चोरी क़ुबूल करवाने के लिए रोहित तिवारी नामक युवक को पहले वृन्दावन चौकी बुलाया उसके बाद उसे थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया। यह पूरा घटनाक्रम बुधवार की रात हुआ। शुक्रवार को मामला जब सुर्ख़ियों में आया तो आनन फानन में आरोपी हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर उसके खिलाफ जाँच बैठा दी गई। डीसीपी ईस्ट शशांक सिंह ने न्यूज़ट्रैक से बातचीत में कहा कि हेड कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जाँच चल रही है। 

तबीयत बिगड़ी तो चौकी से चालान कर छोड़ा

फैजुल्लागंज के गाजीपुर बलराम मोहल्ला में रोहित तिवारी अपने परिवार के साथ रहता है। रोहित के अनुसार बुधवार की सुबह उसके घर में अभिषेक सिंह नामक एक युवक जबरन घुस आया और वह मोबाइल देने की बात कहने लगा। जब रोहित ने उसका कोई मोबाइल अपने पास नहीं होने की बात कही तो युवक उग्र हो गए और मारपीट पर उतारू हो गए। इसके बाद रोहित ने फोन कर 112 पर इसकी सूचना दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने युवकों से पूछताछ कर उन्हें छोड़ दिया।

शाम को अचानक फोन कर चौकी बुलाया

आरोप है कि बुधवार की शाम उसके पास पीजीआई थाने से फोन आया और उससे चौकी आने की बात कही गई। युवक शाम को जब वृन्दावन चौकी पहुंचा तो वहाँ अभिषेक नामक युवक पहले से ही मौजूद था। पीड़ित का आरोप है कि बिना किसी बातचीत के हेड कांस्टेबल आशुतोष सिंह ने उसे पीटना शुरू कर दिया। इसके बाद जबरन उस पर चोरी क़ुबूल करने का दबाव बनाने लगे। उन्होंने बुरी तरह से पिटाई की है।

रात भर हवालात में रखा बंद 

पीड़ित ने बताया कि पुलिस ने उसे रात भर हवालात में बंद रखा और बुरी तरह से पिटाई की। शरीर पर कई जगह चोटों के निशाना भी आए हैं। सुबह मेरी तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद पुलिस ने आनन-फानन में मेरा 151 के तहत चालान करने के बाद छोड़ दिया। शुक्रवार को पीड़ित ने बयान जारी कर अपना दर्द साझा किया। मामला जब सुर्ख़ियों में आया तो अधिकारियों ने आरोपी हेड कांस्टेबल आशुतोष सिंह को सस्पेंड कर दिया। साथ ही उसके खिलाफ जाँच भी शुरू कर दी गई है।

SHO बोले- मैंने नहीं देखी मेडिकल रिपोर्ट

इस मामले पर न्यूज़ट्रैक ने पीजीआई SHO रवि शंकर त्रिपाठी से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि अभी तक पीड़ित ने थाने पर कोई शिकायत नहीं की है। गुरुवार को उसका मेडिकल कराया गया था। न्यूज़ट्रैक ने जब उनसे पूछा कि क्या मेडिकल में युवक के शरीर पर चोटों के निशान होने की पुष्टि हुई थी तो उन्होंने कहा कि मैंने मेडिकल रिपोर्ट नहीं देखी। 

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