KGMU: मरीजों की जान के साथ खिलवाड़, घटिया सिरिंज की हुई सप्लाई
Lucknow News: केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह के मुताबिक सिरिंज में सिलकॉन ऑयल जैसा तरल पदार्थ मिला है। इसलिए संबंधित बैच को वापस मंगा लिया गया है।
Lucknow News: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में उपचार के लिए आ रहे मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है। दवा व सर्जिकल के ठेकेदारों ने संस्थान को घटिया सिरिंज की सप्लाई कर दी है। इस बात का पता तब चला जब मरीजों को इंजेक्शन लगाने के लिए स्टाफ नर्स ने सिरिंज निकाली, और वह अंदर से गीली निकली। यही नहीं कई सिरिंज में पानी भरे होने की बात भी सामने आई है। नर्सों से इसकी सूचना अधिकारियों को दी। अफसरों की शिकायत पर केजीएमयू प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है।
भीतर से गीली निकली सिरिंज
केजीएमयू में मरीजों के लिए 4000 बेड हैं। इनमें आधे से ज्यादा बेड हमेशा भरे ही रहते हैं। इलाज के लिए आने वाले मरीजों को डॉक्टरों की सलाह पर इंजेक्शन लगाए जाते हैं। योजनाओं के तहत भर्ती मरीजों को सिरिंज आदि की सुविधा मुफ्त मुहैया कराई जाती है। बता दें कि यहां हर साल लाखों रुपए की सिरिंज की खपत होती है। बीते दिनों कई विभागों में सील पैक सिरिंज खोलने पर वह भीतर से गीली निकली। आनन-फानन नर्सों ने इसकी शिकायत विभाग के अधिकारियों से की। इसके बाद सिरिंज इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी गई।
घटिया सिरिंज से होती यह बीमारियां
इस्तेमाल सिरिंज को दोबारा पैक कर केजीएमयू में आपूर्ति की आशंका भी जाहिर की जा रही है। इससे मरीजों की सेहत संकट में है, क्योंकि इस्तेमाल सिरिंज से हेपेटाइटिस, एचआईवी समेत तमाम तरह के संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ गई है।
सिरिंज में मिला सिलिकॉन जैसा तरल पदार्थ
डॉक्टरों ने सील पैक भीगी सिरिंज की शिकायत उच्च अधिकारियों से की। इसके बाद अफसर चेते । मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सिरिंज स्टोर में वापस मंगा ली गई। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह के मुताबिक सिरिंज में सिलकॉन ऑयल जैसा तरल पदार्थ मिला है। इसलिए संबंधित बैच को वापस मंगा लिया गया है। नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। गड़बड़ी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।