Lucknow Crime News: बंथरा हत्याकांड में पीड़ित परिजनों से मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल, प्रदेश उपाध्यक्ष बोले- सदन से संसद तक उठाएंगे मुद्दा
Lucknow Crime News: बंथरा में युवक की हत्या के मामले में थाने की पुलिस ने जमकर लापरवाही की थी। पीड़ित परिवार भी लगातार यही बात कह रहा था।
Lucknow Crime News: बंथरा गांव की घटना सच में हैरान करने वाली है। इसमें शुरू से ही पुलिस का रवैया लापरवाही भरा रहा है। पुलिस ने मामले में संतुष्टिजनक कार्रवाई नहीं की है। अगर पुलिस का यही रवैया रहा और परिवार को न्याय नहीं मिला तो पार्टी की तरफ से यह मुद्दा सदन से लेकर संसद तक उठाया जाएगा। यह बातें बुधवार को बंथरा गांव में समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सीएल वर्मा ने मृतक ऋतिक पांडेय (20) के परिजनों से मुलाकात के बाद कही।
आगे उन्होंने कहा कि परिवार के साथ यह सरासर गलत हुआ है। किसी के बेटे को घर में घुसकर मार दिया जाता है और परिवार न्याय के लिए जब पुलिस के पास पहुंचता है तो उसकी सुनवाई नहीं होती। परिवार भी शुरू से पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है। आज हमने परिजनों से मुलाकात की है। अगर सुनवाई नहीं हुई तो हम इस मुद्दे को बड़े स्तर पर उठाएंगे। परिवार को हर कीमत पर न्याय मिलना चाहिए। सपा के प्रतिनिधिमंडल में जिलाध्यक्ष जय सिंह जयंत, जिला महासचिव शब्बीर अहमद खान, विधानसभा अध्यक्ष चंद्रशेखर यादव, विनोद शुक्ला, रामबाबू चौरसिया और इंद्रेश यादव समेत अन्य लोग शामिल रहे।
यूपीसीएलडीएफ के पूर्व अध्यक्ष समेत अन्य लोग भी परिवार से मिले
यूपीसीएलडीएफ के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार तिवारी, किसान मंच के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार तिवारी, सवर्ण युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुशील शुक्ला, शिवमोहन तिवारी, सतीश द्विवेदी, सतीश शुक्ला और सुशील कुमार वर्मा समेत अन्य लोगों ने भी परिवार से मिलकर सांत्वना दी साथ ही उन्होंने हर संभव मदद का भी आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
यह था मामला
रविवार रात बंथरा के कुछ घरों में लाइट नहीं आ रही थी उसे ठीक करवाने के लिए आसपास के लोग ट्रांसफॉर्मर के पास पहुंचे थे। ट्रांसफॉर्मर के पास ही कुछ घरों में लाइट आ रही थी इस पर उक्त घरों के लोगों ने बिजली ठीक करने का विरोध किया। इस दौरान मृतक ऋतिक पांडेय भी वहां मौजूद था और उसकी आरोपियों से मामूली बहस हुई थी। बहस के बाद सब सामान्य हो गया था और सभी लोग वहाँ से अपने घर लौट गए। मृतक के पिता इंद्रकुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि रात करीब 10 :30 बजे अवनीश पुत्र शबोहन सिंह, हिमांशू सिंह, प्रियांशू, प्रत्यूष पुत्र कन्हैया सिंह, शनि पुत्र विनोद सिंह अपने कई साथियों को लेकर लाठी-डंडों व असलहों के साथ घर में घुस गए। आरोपियों ने नौकर मैकू रावत, बेटे अभिषेक उर्फ़ रमन और ऋतिक को बुरी तरह से पीटा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। अंदरूनी चोटें ज़्यादा गंभीर होने के कारण रात में अचानक ऋतिक की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे लेकर अस्पताल जा रहे थे की इसी बीच ऋतिक की मौत हो गई। सोमवार को परिजनों ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद साउथ जोन के अधिकारियों के निर्देश पर उक्त पांचों नामजद आरोपियों सहित 10 अज्ञात पर हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।
शिकायत लेने की जगह रील देख रहे थे पुलिसवाले
परिजनों ने कहा कि ऋतिक और हमारा पूरा परिवार घर में था। इसी बीच उक्त आरोपी घर में घुस आए और जमकर मारपीट की। इस बात की शिकायत करने जब हम लोग थाने पहुंचे तो वहाँ मौजूद पुलिसकर्मियों ने शिकायत ही नहीं ली। वह हंसी मजाक करते हुए मोबाइल पर रील देखने में लगे रहे और सुबह आने की बात कहकर सबको वहाँ से भगा दिया। इधर रात में इलाज कराने के लिए ले जाते वक्त ही बेटे रोहित ने दम तोड़ दिया।
लापरवाही में थानेदार समेत 2 दरोगा व सिपाही हो चुके सस्पेंड
बंथरा में युवक की हत्या के मामले में थाने की पुलिस ने जमकर लापरवाही की थी। पीड़ित परिवार भी लगातार यही बात कह रहा था। अधिकारियों की जाँच में भी लापरवाही की पुष्टि हुई। नतीजतन, इस मामले में बंथरा एसएचओ हेमंत कुमार राघव, दरोगा सुभाष चंद्र, सुशील यादव व सिपाही यतीन्द्र को सस्पेंड किया जा चुका है। वहीं, घटना के तीन दिन बीतने के बावजूद पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है।