Lucknow News: राष्ट्रपुरुष चंद्रशेखर स्मृति समारोह : श्रद्धा सुमन अर्पित करने में टूटी दलीय सीमाएं

Lucknow News: रोज एक दूसरे के विरोध में खड़े दिखने वाले नेता और सामाजिक कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने में आज एक साथ दिखे। उन्हें एक स्वर से देश का बेजोड़ नेता बताया और कहा कि हार जीत उनके लिए कोई मायने नहीं रखती थी।

Update:2023-07-08 15:56 IST
(Pic: Newstrack)

Lucknow News: देश के प्रथम समाजवादी प्रधानमंत्री राष्ट्रपुरुष चंद्रशेखर की सोलहवीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित स्मृति समारोह में शनिवार को दलीय सीमाएं तार-तार नज़र आईं। रोज एक दूसरे के विरोध में खड़े दिखने वाले नेता और सामाजिक कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने में आज एक साथ दिखे। उन्हें एक स्वर से देश का बेजोड़ नेता बताया और कहा कि हार जीत उनके लिए कोई मायने नहीं रखती थी। उनके राजनीतिक सफर का हर कदम राष्ट्रहित को समर्पित था।

श्री चंद्रशेखर ट्रस्ट के तत्वाधान में आयोजित यह स्मृति समारोह आज चन्द्रशेखर चबूतरा ( बी ब्लाक, दारुलशफा ) पर प्रातः 9 बजे से प्रारम्भ हुआ। इसे लेकर विषय प्रस्तुत करते हुए लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने कहा कि यह सच है कि अन्य नेताओं की तरह चन्द्रशेखर जी भी अपने दल के नेता थे, वह भी अपने दल के लिए सोचते थे, वह अपने लोगों के लिए भी सोचते थे लेकिन राष्ट्रीय सवालों पर वह केवल राष्ट्र हित सोचते थे, राष्ट्र हित ही बोलते थे। यही कारण है कि वह राष्ट्रहित सोचने वालों के कल भी प्रेरणा स्रोत थे और आज भी हैं।

उन्होंने कहा कि चन्द्रशेखर जी यह मानते थे कि भूख, प्यास, शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी जैसे सवाल किसी एक दल की समस्या नहीं हैं। ये सभी की समस्या हैं। इनका निदान भी सभी को मिलकर ढूढ़ना चाहिए। वह स्वीकार करते थे कि स्वदेशी के पथ पर चलकर ही भारत समृद्ध और सशक्त भारत हो सकता है। वह यह भी स्वीकार करते थे कि स्वदेशी का नारा देना आसान है। स्वदेशी को जीना बहुत कठिन है। लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधान परिषद सदस्य यशवंत सिंह ने कहा कि यह अच्छी बात यह है कि यशस्वी मुख्यमन्त्री योगी आदित्य नाथ की सरकार एक जिला - एक उत्पाद जैसी योजनाओं के बल पर आज उनके स्वदेशी को जी रही है।

उन्होंने कहा कि चन्द्रशेखर जी भ्रष्टाचार को लेकर संसद में एक दूसरे की छीछालेदर के खिलाफ थे। वह चाहते थे कि इसकी आलोचना करने की जगह इसके खिलाफ कार्रवाई हो। आज यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी की सरकार यह कर रही है। इसकी वजह से आय से अधिक कमाई करने वाले नेता खून के आंसू रो रहे हैं। लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के संरक्षक विधान परिषद सदस्य यशवन्त सिंह ने कहा कि चन्द्रशेखर जी हमेशा कहते थे कि हमारी समस्याओं का निदान लंदन अमेरिका में नहीं है, हमारे किसानों में है, हमारे जवानों की बाहों में है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का सबका साथ - सबका विकास का मंत्र राष्ट्रपुरुष चन्द्रशेखर की इसी राय की उपज है। उन्होंने कहा कि आज चंद्रशेखर जी हम लोगों के बीच नहीं है लेकिन उनके विचार हैं जिसे अपनाकर हम लोग सशक्त और समृद्ध भारत का निर्माण कर सकते हैं। यही राष्ट्रपुरुष चन्द्रशेखर को सच्ची श्रद्धान्जलि है।

इस अवसर पर देश के प्रथम समाजवादी प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर को श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, बसपा विधायक दल के नेता उमाशंकर सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप, विधायक आशीष सिंह आंसू, कैलाश सिंह राजपूत, अमरेश रावत, सत्यपाल सिंह राठौर,विधानपरिषद सदस्य राम सूरत राजभर, पूर्व विधान परिषद सदस्य विंध्यवासनी कुमार, दीपक सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष शशांक शेखर सिंह, भाजपा नेता नवीन श्रीवास्तव, शशिभूषण सिंह, समाजवादी क्रांति पार्टी के अध्यक्ष गोपाल राय, सुभासपा के मिथिलेश सिंह, लोकतंत्र सेनानी कल्याण समिति के अध्यक्ष रामसेवक यादव, लोकतंत्र सेनानी रामप्रकाश अवस्थी, सुरेन्द्र बहादुर सिंह, मुस्तफा हुसेन, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष शक्ति सिंह, समाजिक सेनानी चतुर्भुज सिंह और जगदीश राय आदि प्रमुख थे।

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