UP MLC Election 2023: विधान परिषद की दो सीटो के लिए 29 मई को मतदान, 27 मई तक बीजेपी विधायकों को लखनऊ पहुंचने के निर्देश

UP MLC Election 2023: विधानसभा में संख्या बल के लिहाज से ये दोनों सीटें आराम से बीजेपी के खाते में जाती दिख रही हैं। लेकिन फिर भी बीजेपी हो या सपा दोनों मुकाबले को हल्के में नहीं ले रही।

Update: 2023-05-26 14:03 GMT
UP MLC Election 2023 (photo: social media )

UP MLC Election 2023: निकाय चुनाव के संपन्न होने के बाद उत्तर प्रदेश में अब विधान परिषद की दो सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए सियासी पार्टियां कमर कस रही हैं। इन दो सीटों के लिए मुख्य लड़ाई सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के बीच है। विधानसभा में संख्या बल के लिहाज से ये दोनों सीटें आराम से बीजेपी के खाते में जाती दिख रही हैं। लेकिन फिर भी बीजेपी हो या सपा दोनों मुकाबले को हल्के में नहीं ले रही।

विधान परिषद की दोनों सीटों के लिए सोमवार 29 मई को मतदान होना है। लिहाजा भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी विधायकों को कल यानी 27 मई तक लखनऊ पहुंचने का निर्देश दिया है। 28 मई को सुबह 11 बजे लोकभवन में बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक होने वाली है, जिसमें सभी विधायकों को अनिवार्य रूप से शामिल होना है।

मतदान को लेकर व्हिप जारी करेगी पार्टी

सत्तारूढ़ बीजेपी सदन में भारी बहुमत होने के बावजूद कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। क्रॉस वोटिंग की किसी भी प्रकार की आशंका को खत्म करने के लिए भगवा दल सभी विधायकों को पार्टी के ही दोनों प्रत्याशियों को मतदान करने का व्हिप जारी करने का फैसला किया है। इसके अलावा 28 मई को होने वाली बैठक में विधायकों को दो अलग-अलग मत देकर उस पर मतदान करने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। ताकि विधायकों द्वारा गलती किए जाने की गुंजाइश को कम किया जा सके।

कौन – कौन हैं मैदान में ?

विधान परिषद की दो सीटों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बहराइच के पूर्व सांसद पद्मसेन चौधरी और झांसी से पूर्व बीजेपी विधायक कुंवर मानवेंद्र सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने मऊ निवासी पूर्व एमएलसी रामजतन राजभर और धोबी बिरादरी से आने वाले रामकरण निर्मल को अपना कैंडिडेट घोषित किया है।

दरअसल, विधान परिषद के एक सदस्य की मृत्यु हो जाने और दूसरे के इस्तीफा देने के कारण दो सीटें रिक्त हुई हैं। बीजेपी के लक्ष्मण आचार्य ने सिक्किम के राज्यपाल का पद संभालने के लिए विधान पार्षद के पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक था। वहीं, दूसरे सदस्य बनवारी लाल दोहरे का निधन हो गया था और उनका कार्यकाल 6 जुलाई 2028 तक था। दोनों सीटों पर मतदान 29 मई को होंगे। उसी के बाद नतीजे घोषित होंगे।

Tags:    

Similar News