Vinay Murder Case: विनय हत्याकांड को लेकर विकास किशोर से हुई पूछताछ, एक आरोपी निकला केंद्रीय मंत्री का रिश्तेदार

Lucknow Vinay Murder Case: हत्याकांड के आखिरकार पांच दिन बाद केंद्रीय मंत्री के बेटे विकास किशोर पूछताछ के लिए ठाकुरगंज पुलिस स्टेशन में हाजिर हुए। जहां उन्हें हत्याकांड से जुड़े सवाल पूछे गए।

Update:2023-09-06 12:34 IST
Lucknow Vinay Murder Case (photo: social media )

Lucknow Vinay Murder Case: लखनऊ के हाईप्रोफाइल विनय श्रीवास्तव हत्याकांड मामले में एक नई जानकारी सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें से एक केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के भाई की साली का बेटा निकला है। वहीं, हत्याकांड के आखिरकार पांच दिन बाद केंद्रीय मंत्री के बेटे विकास किशोर पूछताछ के लिए ठाकुरगंज पुलिस स्टेशन में हाजिर हुए। जहां उन्हें हत्याकांड से जुड़े सवाल पूछे गए।

दरअसल, विनय श्रीवास्तव की हत्या केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के दुबग्गा स्थित आवास पर हुई थी। विनय मंत्री के बेटे का दोस्त था। उसकी हत्या विकास किशोर के लाइसेंसी पिस्टल से ही हुई थी। हालांकि, घटना के दौरान विकास घर पर मौजूद नहीं थे और दिल्ली चले गए थे। लेकिन वारदात में उनका पिस्टल इस्तेमाल होने को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे थे। भारी दवाब के बाद घटना के 24 घंटे बाद केंद्रीय मंत्री के बेटे पर एफआईआर दर्ज हुई थी। फिर उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया था।

मंगलवार रात पूछताछ के लिए हाजिर हुए

केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के बेटे विकास किशोर मंगलवार रात करीबन साढ़े आठ और नौ बजे के बीच ठाकुरगंज पुलिस स्टेशन पूछताछ के लिए हाजिर हुए। उनके साथ तीन और लोग आए थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एसीपी सुनील शर्मा और इंस्पेक्टर विकास राय ने विकास से उनके दोस्त विनय के मर्डर को लेकर सवाल-जवाब किए। जिनमें से अधिकांश सवालों का जवाब उन्होंने ‘मालूम नहीं’ के रूप में दिया।

विनय भी एयरपोर्ट छोड़ने आया था – विकास

विकास किशोर ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि 31 अगस्त को अंकित व अजय के साथ विनय भी उसे एयरपोर्ट छोड़ने आया था। वहां से ये लोग उसके घर आ गए थे। इसके बाद उनके बीच क्या विवाद हुआ, क्यों गोली चली.... इसे बारे में उन्हें कुछ नहीं पता।

पिस्टल को लेकर क्या बोला विकास

केंद्रीय मंत्री के बेटे विकास किशोर से पुलिस ने पूछा कि आखिर लोडेड लाइसेंसी पिस्टल घर में खुली क्यों रख दी थी ? इस पर विकास ने जवाब दिया कि गलती हो गई, उसे इस तरह से पिस्टल घर में नहीं छोड़ना चाहिए था। इसके बाद हत्या की साजिश में शामिल होन के सवाल पर विकास ने सफाई दी कि वो हत्या की साजिश में शामिल नहीं है।

पुलिस ने कत्ल के पीछे बताई थी ये कहानी

लखनऊ पुलिस ने विनय श्रीवास्तव हत्याकांड की गुत्थी मात्र 15 घंटे में सुलझाने का दावा करते हुए मीडिया के सामने पूरी कहानी बयां की थी। पुलिस के मुताबिक, नशे में जुए खेलने के दौरान हार-जीत को लेकर विवाद हुआ था। विनय श्रीवास्तव जुए में करीब 15 हजार रूपये हार गया था। जीत के बाद उसने जुआ खेलने से मना कर दिया था। इसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ था। विनय ने बिस्तर के नीचे रखी विकास की पिस्टल उठा ली थी। इसके बाद अंकित से छीना झपटी में चली गोली से विनय की मौत हो गई।

परिवार ने पुलिस की थ्योरी को किया खारिज

मृतक विनय श्रीवास्तव के परिवार ने पुलिस की थ्योरी को पूरी तरह से खारिज किया है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री के बेटे विकस किशोर पर साजिश रचने का इल्जाम लगा दिया। उन्होंने कहा कि विनय केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के नशामुक्ति अभियान से जुड़ा हुआ था और वह इसका सेवन भी नहीं करता था। मृतक के भाई विक्रांत ने कहा कि जिस तरह से विनय को घसीटा गया, उसके कपड़े फाड़ डाले गए, उसकी गड़ी ऊपर गमले में मिली वो शक पैदा करती है। इतना ही नहीं वारदात के दौरान सीसीटीवी कैमरा भी बंद था। परिवार की ओर से सीबीआई जांच की मांग की गई है।

तीन आरोपियों में से एक केंद्रीय मंत्री का रिश्तेदार

विनय श्रीवास्तव हत्याकांड में पुलिस ने अजय रावत, शमीमा बाबा और अंकित वर्मा को गिरफ्तार किया है। तीनों वारदात के दौरान मंत्री कौशल किशोर के घर में मौजूद थे, सीसीटीवी के फुटेज भी इसका गवाह है। इस बीच आरोपी अंकित वर्मा को लेकर नई जानकारी सामने आई है। अंकित केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के भाई की साली का बेटा बताया जा रहा है।

मामले पर राजनीति भी जारी

मामला सत्तारूढ़ दल के एक बड़े नेता और मोदी सरकार में मंत्री पद पर आसीन शख्स से जुड़े होने के कारण राजनीति भी इस पर जमकर हो रही है। विपक्षी सपा और कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमले कर रही है। पूर्व सीएम और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के निर्देश सपा नेताओं का एक डेलिगेशन बुधवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचा। इस दौरान सपा नेताओं ने मृतक विनय की मां और भाई तक अखिलेश यादव का संदेश पहुंचाया और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

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