Yogi Cabinet Expansion: बड़ी खबर! बजट सत्र खत्म होते ही योगी कैबिनेट में फेरबदल संभव, जानिये किसका बढ़ेगा कद कौन होगा बाहर

Yogi Cabinet Expansion: योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार होगा। इस विस्तार में कुछ नए चेहरे टीम योगी का हिस्सा बनेंगे तो वहीं कुछ खराब परफॉर्मेंस वालों को बाहर भी किया जा सकता है। इसके अलावा इस विस्तार में सामाजिक सामंजस्य, क्षेत्रीयता और जातिगत गणित पर भी फोकस किया जाएगा। यह विस्तार 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया जाएगा।;

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Update:2025-02-18 07:55 IST

Yogi Cabinet Expansion: बड़ी खबर ये आ रही है कि बजट सत्र के बाद उत्तर प्रदेश में अब योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के विस्तार की तैयारी शुरु हो गई है। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार होगा। इस विस्तार में कुछ नए चेहरे टीम योगी का हिस्सा बनेंगे तो वहीं कुछ खराब परफॉर्मेंस वालों को बाहर भी किया जा सकता है। इसके अलावा इस विस्तार में सामाजिक सामंजस्य, क्षेत्रीयता और जातिगत गणित पर भी फोकस किया जाएगा। यह विस्तार 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया जाएगा। पहले यह विस्तार बजट सत्र से पहले ही संभावित था लेकिन बाद में इसे टाल दिया गया। 

विश्वस्त सूत्रों का कहना है कि योगी मंत्रिमंडल में विस्तार को अमलीजामा पहनाने की कवायद लगभग पूरी हो चुकी है। वर्तमान में इस कैबिनेट में छह स्थान खाली हैं। इस सिलसिले में कुछ नये नाम जहां चर्चा में हैं वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को भी अंतिम रुप दिये जाने की चर्चा के साथ भूपेंद्र चौधरी की कैबिनेट में वापसी की भी चर्चा है। भूपेंद्र चौधरी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले योगी कैबिनेट में कद्दावर मंत्री रह चुके हैं। जिन्हें किसी महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

मंत्रिमंडल के संभावित विस्तार में जातिगत और भौगोलिक गणित को आधार बनाया जाएगा। साथ ही यह विस्तार विधानसभा चुनाव की पार्टी की तैयारी का आधार भी होगा। मिल्कीपुर और कुंदरकी से जीत कर आए विधायकों को भी उनकी जीता का इनाम देते हुए कैबिनेट में जगह मिल सकती है। साथ ही पार्टी जिला अध्यक्षों की सूची भी अंतिम रूप से आ सकती है।

चर्चा इस बात की भी है कि दोनों उप मुख्यमंत्रियों के विभागों में बदलाव भी किया जा सकता है। केशव मौर्या को संगठन की बागडोर थमाते हुए भाजपा की प्रचंड जीत से वापसी कराने का गणित सेट किया जा सकता है। इसके अलावा नए चेहरों में कुंदरकी से जीत कर आए रामवीर सिंह, मिल्की पुर से नवनिर्वाचित विधायक चंद्रभानु पासवान को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है।

इसके साथ ही इस बात की भी चर्चा है कि ऐसे तमाम मंत्रियों का पत्ता कट सकता है जिनकी परफार्मेंस रिपोर्ट खराब आ रही है। बजट सत्र के दौरान भी इन मंत्रियों की तैयारी पर आलाकमान की नजर रहेगी। और बजट सत्र के तत्काल बाद होने वाले संभावित विस्तार में कई के पर कटेंगे तो कई को दिखाया जा सकता है बाहर का रास्ता।

कहा यह भी जा रहा है कि यह यूपी चुनाव से पहले कैबिनेट का आखिरी विस्तार होगा। इसलिए भाजपा हाईकमान और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का इसमें भरपूर दखल रहेगा ताकि आगामी चुनाव के लिए भाजपा की टीम को पूरी दमदारी से उतारा जा सके।

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