UP के मदरसों में भी इस दिन से शुरू होगी पढ़ाई, प्रवेश की प्रक्रिया भी होगी चालू
कोरोना संक्रमण के कारण लम्बे समय से बंद चल रहे मदरसों में कल यानी 15 जुलाई से आनलाइन पढ़ाई शुरू की जायेगी। इसके अलावा कल से ही मदरसों में नए सत्र की प्रवेश की प्रक्रिया भी शुरू की जायेगी।
लखनऊ: कोरोना संक्रमण के कारण लम्बे समय से बंद चल रहे मदरसों में कल यानी 15 जुलाई से आनलाइन पढ़ाई शुरू की जायेगी। इसके अलावा कल से ही मदरसों में नए सत्र की प्रवेश की प्रक्रिया भी शुरू की जायेगी और इसमे सहयोग के लिए मदरसों में प्रधानाचार्य चाहे तो शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को भी कुछ शर्तों के साथ बुला सकते है।
यूपी के अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने मंगलवार को कहा है कि जनहित और छात्रों के व्यापक हित तथा समस्त मदरसों के सत्र नियमित रखने के लिए शासन द्वारा विचार किए जाने के बाद बुधवार 15 जुलाई से आॅनलाइन शिक्षण तथा नये सत्र में प्रवेश जैसे कार्य शुरू करने के लिए शासन ने मंजूरी दे दी है।
उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में अपर मुख्य सचिव अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ मनोज सिंह की ओर से शासनादेश जारी कर दिया गया है। उन्होंने निर्देश दिए है कि प्रत्येक कक्षा के लिए प्रतिदिन निर्धारित कक्षावार व विषयवार समय-सारिणी बनाकर 15 जुलाई से आॅनलाइन शिक्षण का कार्य प्रारम्भ कर दिया जाए।
यह भी पढ़ें...US बेचेगा ताइवान को मिसाइल, तिलमिलाए चीन ने उठाया ये बड़ा कदम
जारी शासनादेश में बताया गया है कि शिक्षक तथा शिक्षणेत्तर कार्मिकों में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए प्रतिदिन नियमित रूप से मदरसा भवन, फर्नीचर आदि को पूरी तरह से सेनेटाइज कराया जाएगा। मदरसा आने वाले शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कार्मिकों को मदरसों में प्रवेश से पूर्व उनकी थर्मल स्कैनिंग की जाएगी। अगर किसी शिक्षक या कर्मचारी का तापमान सामान्य से अधिक हो तो उसे मदरसे में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा तथा इसकी सूचना सम्बन्धित मुख्य चिकित्सा अधिकारी को तत्काल उपलब्ध करायी जाएगी।
यह भी पढ़ें...कोरोना का कहर जारी, कचहरी समेत ये सरकारी दफ्तर 2 दिन तक बंद
कोविड-19 से बचाव के लिए मदरसों में सेनेटाइजर तथा नियमित हैण्डवाश के लिए साबुन आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए भारत सरकार तथा प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए सभी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से अनुपालन किया जाए।
यह भी पढ़ें...पायलट के समर्थन में उतरे कई दिग्गज कांग्रेसी, अपनी ही पार्टी पर बोला बड़ा हमला
जुलाई माह के बाद जल्द से जल्द शिक्षक-अभिभावक संघ की बैठक आहूत की जाए, जिसमें आॅनलाइन पठन-पाठन की व्यवस्था के बारे में अभिभावकों को बताते हुए आॅनलाइन पठन-पाठन के लिए प्रेरित किया जाए। आॅनलाइन शिक्षण प्रणाली के प्रभावी संचालन के लिए अधिकारियों, प्रधानाचार्यों, शिक्षकों और विद्यार्थियों को वेबिनार तथा आन लाइन ट्यूटोरियल के माध्यम से प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। नए सत्र के लिए विद्यार्थियोें के प्रवेश में की जाने वाली कार्यवाही में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए भारत सरकार और प्रदेश सरकार द्वारा दिए गये दिशा-निर्देशों तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन किया जाए। अनुपालन सुनिश्चित करते हुए की जाए।
देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।