Janmashtami Special: कानूनी पचड़े में फंसे भगवान श्री कृष्ण, आखिर कब खत्म होगा कारावास!
शिवली थाने का इतिहास भी काफी पुराना है, लेकिन इन दिनों यह थाना एक बार फिर से चर्चा में आ गया है।
Janmashtami Special: कानपुर देहात का शिवली थाना बड़े अपराध और अपराधियों के नाम से जाना जाता है। शिवली थाने का इतिहास भी काफी पुराना है, लेकिन इन दिनों यह थाना एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। चर्चा इसलिए क्योंकि मामला साक्षात भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा है। यह राज जो पिछले 19 सालों से इस थाने में बना हुआ है। आपको बता दें कि द्वापर में कारावास में जन्में भगवान श्री कृष्ण कलयुग के कारावास को अभी भी काट रहे हैं। यह बात सुनकर आपको हैरानी तो होगी ही, लेकिन हकीकत यही है कि भगवान श्री कृष्ण पिछले 19 वर्षों से कानपुर देहात के इस थाने में कैद हैं। भगवान श्री कृष्ण की रिहाई कानूनी दांव पेंच के चक्रव्यूह में फंस गई है।
कानपुर देहात के शिवली क्षेत्र में बने इस राधा कृष्ण मंदिर में भगवान कृष्ण और राधा विराजमान थे। भगवान श्री कृष्ण की यह मूर्ति अष्ट धातु से निर्मित थी और लोगों की यह धारणा थी कि यह मूर्ति खुदाई में निकली है। यह करीब डेढ़ सौ साल पुरानी है। मंदिर से लोगों का आस्था और विश्वास का नाता लगातार बना हुआ था। बड़ी सी बड़ी मनोकामना इस मंदिर में भगवान कृष्ण के दरबार में पूरी होती थी और पूरे होते थे लोगों की अधूरी किस्मत की पूरी कहानी। लेकिन एक रोज कानपुर देहात के ही एक शख्स ने लालच के चलते भगवान श्री कृष्ण और राधा की इस अष्टधातु निर्मित मूर्ति को चुरा लिया, जिससे 19 साल पहले इस इलाके में सनसनी फैल गई, क्योंकि इस मूर्ति की कीमत करोड़ों रुपए की आंकी गई थी।
मूर्ति के यूं चोरी होने के बाद ऐसा चमत्कार हुआ कि एक शख्स ने खुद ही थाने में आकर चोरी का जुर्म कुबूल कर लिया और यह बता दिया कि उसने मूर्ति कहां पर छुपाई थी। पुलिस भी इस बात को लेकर हैरत में थी कि आखिर चोरी करने वाला शख्स खुद थाने में आकर अपना जुर्म कैसे कुबूल कर रहा है, जिसके बाद पूछने पर यह पता चला कि किशोर को सपने में भगवान श्रीकृष्ण दिखाई दिए थे और उन्होंने ही उसे इस जुर्म को कुबूल ने के लिए विवश कर दिया। हालांकि पुलिस चोर की कहानी पर विश्वास करने को तैयार नहीं थी लेकिन चोरी की गई मूर्ति बरामदगी के बाद पुलिस की जान में जान आ गई।
हालांकि पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर चोर को जेल भेज दिया, लेकिन तभी से भगवान कृष्ण की यह मूर्ति कानपुर देहात के शिवली थाने में कैद है। न्यायालय ने चोर को जमानत तो दे दी, लेकिन न्यायिक प्रक्रिया के चलते मूर्ति आज भी अपने उचित स्थान पर स्थापित नहीं हो पाई। हालांकि चोरी का यह मुकदमा पिछले 19 वर्षों से कानपुर देहात की कोर्ट में विचाराधीन है, जिसके चलते भगवान श्री कृष्ण और राधा की यह अद्भुत और बेशकीमती मूर्ति थाने के माल गोदाम में धूल खा रही है। लेकिन साल में एक बार पड़ने वाले भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव पर यानी कि जन्माष्टमी के दिन थाने के सभी पुलिसकर्मी इस मूर्ति को माल गोदाम से निकालकर इसकी पूजा-अर्चना भी करते हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है की चोरी करने वाला शख्स सलाखों के बाहर है और सबको सुख समृद्धि देने वाले भगवान श्री कृष्ण और राधा की अद्भुत मूर्ति अभी भी कारावास भुगत रही है। आखिर कब खत्म होगा भगवान कृष्ण का कलयुग का कारावास।