राम मंदिर निर्माण से पहले उठी ये बड़ी मांग, अनशन पर बैठे महंत

राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को लेकर एक तरफ सरकार ने तेजी दिखाते हुए ट्रस्ट का बनाने का ऐलान कर दिया तो वहीं अब महंत परम हंसदास अनशन पर बैठ गये हैं।

Update:2020-02-06 11:20 IST

अयोध्या: उत्तर प्रदेश में स्थित राम जन्म स्थली में मंदिर निर्माण की प्रक्रिया को लेकर एक तरफ सरकार ने तेजी दिखाते हुए ट्रस्ट का बनाने का ऐलान कर दिया तो वहीं दूसरी तरफ अब इसे लेकर अयोध्या की तपस्वी छावनी के महंत परम हंस दास अनशन पर बैठ गये हैं। दरअसल, महंत परमहंस दास की मांग है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को राम मंदिर ट्रस्ट का संरक्षक और परमाध्यक्ष बनाया जाए।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को राम मंदिर ट्रस्ट का संरक्षक और परमाध्यक्ष बनाने की मांग उठी है। इसे लेकर महंत परमहंस दास अनशन पर बैठ गए हैं और उन्होंने अन्न व जल सब त्याग दिया है। बता दें कि महंत बुधवार सर चंदौली जिले में आमरण अनशन पर बैठे हैं। उन्होंने ऐलान किया कि जब तक संघ प्रमुख को ट्रस्ट का संरक्षक नहीं बनाया जाता वह अनशन करते रहेंगे।

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राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का ऐलान, ये होंगे सदस्य:

बता दें कि बुधवार को प्रधानमंत्री नारेंदिर मोदी ने ट्रस्ट के निर्माण का ऐलान किया है। इस ट्रस्ट में जिन 15 सदस्यों को शामिल किया गया है, उनमें जगतगुरु शंकराचार्य, जगतगुरु माधवानंद स्वामी, युगपुरुष परमानंद जी महाराज, पुणे के गोविंद देव गिरि, अयोध्या के डॉक्टर अनिल मिश्रा, कामेश्वर चौपाल और निर्मोही अखाड़ा के धीरेंद्र दास का नाम शामिल है। इनके अलावा ट्रस्ट में सुप्रीम कोर्ट में रामलला विराजमान की पैरवी करने वाले सीनियर एडवोकेट केशवन अय्यंगार परासरण भी होंगे।

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जिस समय पीएम ने ट्रस्ट के गठन का ऐलान किया उस दौरान महंत परमहंस दास माघ माह में प्रयागराज में संगम स्नान के लिए अयोध्या आए थे। संगम में स्नान के बाद उन्होंने बुधवार को वाराणसी में जाकर गंगा स्नान किया और वे चंदौली के बिलारीडीह शिव मंदिर पर पहुंचे थे। सूचना मिलते ही वह चंदौली में अनशन पर बैठ गये।

नृत्य गेपाल दास पर लगाये आरोप:

इसके अलावा उन्होंने पीएम का मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाये जाने पर आभार तो दिया ही साथ ही कहा कि नृत्य गेपाल दास जैसे लोगों को ट्रस्ट में जगह ना देकर मोदी सरकार ने अच्छा किया, क्योंकि इन्हीं लोगों ने सालों साल तक राममंदिर के नाम पर लोगों को लूटा है और अकूत संपत्ति बनाई है।

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ट्रस्ट को लेकर आई दरार, संतों ने बुलाई बैठक:

वहीं श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में पुराने लोगों को शामिल ना किए जाने से राम जन्मभूमि से जुड़े महंत नाराज हैं। इसे लेकर दिगम्बर अखाड़े के महंत सुरेश दास ने आज संतो की बैठक बुलाई है। उनका आरोप है कि सरकार ने उनके साथ अन्याय किया है। बैठक में आगे का फैसला होगा।

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