Maharajganj News: प्रायोगिक परीक्षा के छात्रों के साथ सेल्फी भेजेंगे परीक्षक
Maharajganj News: यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षाएं जिले में एक से आठ फरवरी के बीच दो चरणों में कराई जाएंगी। इस साल पहली बार परीक्षकों को परीक्षा केंद्र के 200 मीटर दायरे में मोबाइल एप के माध्यम से प्रायोगिक परीक्षा के नंबर देने होंगे।;
Maharajganj News: खबर यूपी के जनपद महराजगंज से है जहां यूपी बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षा पर भी शिक्षा परिषद ने नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रायोगिक परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए एप जारी किया गया है। परीक्षक इसी एप के जरिए कॉलेज से ही छात्रों को प्रायोगिक परीक्षा के अंक दे पाएंगे और उसी एप पर छात्रों के साथ सेल्फी भी अपलोड करेंगे। इससे परीक्षकों अथवा स्कूल के जिम्मेदारों की मनमानी नहीं चल पाएगी।
यूपी बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षा के दौरान बोर्ड से आने वाले परीक्षक आईबी 234 फार्म पर प्रायोगिक परीक्षा के अंक भरकर परिषद कार्यालय भेजते रहे। परिषद इन अंकों को फाइनल रिजल्ट में जोड़ता है। यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षाएं जिले में एक से आठ फरवरी के बीच दो चरणों में कराई जाएंगी। इस साल पहली बार परीक्षकों को परीक्षा केंद्र के 200 मीटर दायरे में मोबाइल एप के माध्यम से प्रायोगिक परीक्षा के नंबर देने होंगे। खास बात यह है कि परीक्षक को बच्चों के साथ सेल्फी भी एप पर अपलोड करनी होगी। एक दिन में 40-40 के बैच में अधिकतम 80 बच्चों की ही प्रायोगिक परीक्षा ले सकेंगे। यदि किसी स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या 400 है, तो परीक्षक को संबंधित जिले में कम से कम पांच दिन रहना पड़ेगा।
जल्द ही ट्रायल शुरू किया जायेगा
एप तैयार हो चुका है, और जल्द ही उसका ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। मोबाइल एप का लिंक और पासवर्ड परीक्षकों को परीक्षा से पहले दिया जाएगा। परीक्षा केंद्र पर यदि परीक्षक पर अनुचित दबाव बनाया गया तो वह एप से ही शिकायत कर सकेंगे। इसी प्रकार यदि परीक्षक ने अनुचित लाभ लेने की कोशिश की तो स्कूल के प्रधानाचार्य साक्ष्य के साथ शिकायत कर सकेंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप कुमार शर्मा ने बताया कि बोर्ड ने पहले ही प्रायोगिक परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में कराने के निर्देश दिए हैं।