Mainpuri News: बंटी-बबली गिरफ्तार, ऑनलाइन बिजनेस के नाम पर कई लोगों को बना चुके थे शिकार
Mainpuri News: मैनपुरी जिले में पुलिस ने एक ऐसे दो लोगों को गिरफ्तार करने का काम किया है जो कि बंटी-बबली फिल्म की तर्ज पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे।
Mainpuri News: उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी में साइबर क्राइम मामले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहां पुलिस ने एक ऐसे दो लोगों को गिरफ्तार करने का काम किया है जो कि बंटी-बबली फिल्म की तर्ज पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे।
इंजीनियर बना 21 लाख रुपए के ठगी का शिकार
मैनपुरी जिले में साइबर ठग ने ऐसा जाल बिछाया कि उसके जाल में इंजीनियर साहब फंस गए और 21 लाख रुपए गंवा बैठे। बाद में जब उन्हें पूरी हकीकत पता चली तो उन्होंने पुलिस की मदद लेते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर डाली।
बताते चले कि मामला शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत का है। यहां पर रहने वाले हरीश राजपूत के द्वारा थाने में प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी जिसमें उन्होंने बताया था कि वह पेशे से इंजीनियर है और ऑनलाइन बिजनेस करते हैं। हरीश राजपूत को ऑनलाइन साइट के जरिए पता चला कि एक होटल में रुपए लगाकर उसका रिटर्न अच्छा मिला है। यहां हरीश साइबर ठग की चपेट में आ गए जहां पर उनसे 21 लाख रुपए इन्वेस्ट के लिए खातों में ट्रांसफर कराए गए। जब हरीश को पता चला कि उसके रिटर्न नहीं बढ़ रहा है तो वह समझ गया कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। इस मामले में हरीश ने साइबर क्राइम की टीम से मुलाकात की और पूरे मामले की जानकारी दी।
साइबर क्राइम के हत्थे चढ़े बंटी और बबली
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी साइबर क्राइम की टीम ने 2 ऐसे ठगो को गिरफ्तार किया है जो कि लोगों को इन्वेस्ट के नाम पर रिटर्न अच्छा देने की बात किया करते थे और बाद उन्हें ठगी का शिकार बना लिया करते थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साइबर क्राइम की टीम के द्वारा दो लोगों को गिरफ्तार किया गया जिसमें एक महिला भी शामिल है। पकड़े गए युवक का आपराधिक इतिहास निकला गया तो पता चला है कि उसने वाराणसी में भी इसी तरीके की घटना को अंजाम दिया था।
हाल में पकड़े गए दोनों आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं। दोनों के पास से डेढ़ लाख रुपये नगद बरामद किया गया और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गए। वहीं पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस के द्वारा कानूनी कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल तक पहुंचाने का काम किया गया।