बसपा का ब्राह्मण कार्ड: प्रचार में जुटे स्टार प्रचारक, मल्हनी उपचुनाव में झोंकी ताकत

सपा प्रत्याशी लकी यादव के पिता के निधन से रिक्त हुईं हैं इसलिए इनके साथ एक सहानुभूति भी जनता के बीच दिख रही है। अभी तक की रिपोर्ट के मुताबिक सपा नम्बर वन पर नजर आ रही है।

Update: 2020-10-29 11:55 GMT
बसपा का ब्राह्मण कार्ड: प्रचार में जुटे स्टार प्रचारक, मल्हनी उपचुनाव में झोंकी ताकत

जौनपुर। मल्हनी विधानसभा उप चुनाव के लिये मतदान की तिथि जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे वैसे मतदाताओं को रिझाने का उपक्रम प्रत्याशी एवं समर्थकों द्वारा तेज कर दिया है। लगभग सभी दलों के प्रत्याशी पूरे प्रदेश के पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को प्रचार अभियान में लगा दिया है ।स्टार प्रचारकों की लाईन लगी हुई है। भाजपा तो अपनी कमजोर स्थिति भांप कर सत्ता धारी दल ने तो प्रदेश के सभी बड़े छोटे मंत्रीयों सहित प्रदेश अध्यक्ष एवं सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को प्रचार के समर में उतार दिया है लेकिन इसका कोई असर मतदाताओं पर नहीं है। लेकिन मतदाताओं पर इसका कोई असर नहीं है वह तो प्रत्याशी को अपने मन में बैठा लिया है इसके बाद भी सभी को खेला रहा है।

बढ़ती महंगाई से आम जन मानस भाजपा से नाराज

यहाँ सबसे पहले हम सत्ता धारी दल भाजपा की बात करते हैं । मल्हनी से भाजपा के बैनर तले चुनाव लड़ रहे मनोज कुमार सिंह मल्हनी विधानसभा से बाहर के निवासी हैं इसलिए मल्हनी के भाजपायी भी नहीं चाहते हैं कि वह चुनाव जीत सके। साथ ही सरकार की गलत नीतियों के चलते परेशान जनता, बेरोजगार नौजवान सहित साड़ी से परेशान किसान, बढ़ती महंगाई से आम जन मानस भाजपा से बुरी तरह नाराज है।

सभी जातियों के नेता मल्हनी में डेरा डाले हुए हैं

यही कारण है कि तमाम प्रयासों के बाद भी अब तक भाजपा चौथे स्थान से उपर नहीं जा सकी है। भाजपा को नम्बर एक तक लाने के लिए सरकार के दोनों उप मुख्यमंत्री एवं मुख्यमंत्री सहित प्रदेश अध्यक्ष के अलावां बड़ी संख्या में मंत्री एवं सभी जातियों के नेता मल्हनी में डेरा डाले हुए हैं। उपर से सरकारी मशीनरी भी लगी हुई है फिर भी भाजपा चौथे स्थान से टस से मस नहीं हो पा रही है क्योंकि जनता नाराज हैं और खुद सरकार के खिलाफ बिगुल बजा रखा है।

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मल्हनी विधानसभा सीट पर सपा का कब्जा रहा है

अब करते हैं समाजवादी पार्टी की तो जब से मल्हनी विधानसभा बनी तभी से इस सीट पर सपा का कब्जा रहा है। क्योंकि मतदाता संख्या बल कुछ इसी दल के पक्ष में है। यादवों के मतो की संख्या एक लाख से अधिक होने के कारण सपा इस पर काबिज रही है । इस चुनाव में सपा के साथ पूरी मजबूती के साथ महान दल जुड़ गया है जो मौर्य समाज के मतदाताओं को बड़ी संख्या में सपा के पक्ष में मतदान कराने की स्थिति में नजर आ रहा है। इसके अलावां भाजपा से नाराज आम जन मानस सपा के पक्ष में मतदान करने का मन बनाया नजर आ रहा है।

सपा प्रत्याशी लकी यादव के लिए जनता की सहानुभूति

वहीं भाजपा से नाराज ब्राह्मण समाज का एक बड़ी संख्या में लोग सपा के साथ खड़े दिख रहे है। सपा ने भी पूरे प्रदेश के सभी जातियों के अपने नेताओं सांसद, विधायक, एम एल सी, एवं अध्यक्ष आदि को प्रत्येक गाँव में लगा रखा है जो दिन रात ग्रामीण जनो के बीच सरकार की नाकामियों को बताते हुए सपा के लिये वोट मांग रहे है। हलांकि की यह सीट भी सपा प्रत्याशी लकी यादव के पिता के निधन से रिक्त हुईं हैं इसलिए इनके साथ एक सहानुभूति भी जनता के बीच दिख रही है। अभी तक की रिपोर्ट के मुताबिक सपा नम्बर वन पर नजर आ रही है।

इसी क्रम में इस उप चुनाव में कड़ी टक्कर दे रहे निर्दल चुनाव में जोर आजमाइस कर रहे पूर्व सांसद धनन्जय सिंह की बात करे तो रारी विधानसभा रहते हुए अपनी जान का वास्ता देकर चुनावी जंग में यहाँ से विधायक बने थे लेकिन मल्हनी विधानसभा बनने के बाद लगातार चुनाव लड़ते रहे लेकिन दूसरे स्थान पर काबिज रहे है। इनकी भी मल्हनी में खासी पकड़ हे हर बूथ पर इनके कार्यकर्ता है। वहीं हर जाति धर्म से वोट भी ऐन केन प्रकारेण हथियाते है। खुद भाजपा के मतदाता क्षत्रिय समाज के लोग इनके साथ बड़ी तादाद में है। निर्दल प्रत्याशी के रूप में कड़ी टक्कर तो दे रहे हैं लेकिन अब तक की रिपोर्ट के अनुसार यह नम्बर दो पर लड़ रहे हैं।

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बसपा ने ब्राह्मण कार्ड खेला है

बसपा की बात करे तो बसपा ने ब्राह्मण कार्ड खेला है लेकिन इसका कोई लाभ इसे मिलता नजर नहीं आ रहा है। बसपा के मूल मतदाता भी निर्दल प्रत्याशी के पाले में देखे जा रहे हैं। इसके बाद भी बसपा इस चुनावी जंग में अभी तक तीसरे स्थान पर डटी दिख रही है। इस पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के नेता सहित जिला एवं आस पास जनपदों के नेता गण मल्हनी मे डेरा डाले हुए हैं। मतदाताओं को पटाने मे लगे हैं।

इतना सब कुछ के बाद बड़ी संख्या में मतदाता एक दम शान्त बैठा हुआ है ।ऐसा माना जा रहा है कि शान्त मतदाता जिधर करवट लेगा मल्हनी उसकी हो सकती है। सभी अपनी पूरी ताकत झोंक दिये हैं निष्पक्ष चुनाव होने की दशा में परिणाम आम जनता भी बोलने लगी है लेकिन यदि सरकारी मशीनरी का हस्तक्षेप होगा तो ऊँट किस करवट बैठेगा कहना कठिन होगा।

रिपोर्ट-कपिल देव मौर्य, जौनपुर

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