PCS बेटी को इंसाफ: अब परिवार करवाएगा CBI जांच, SC में करेंगे पीआईएल दाखिल

मणि मंजरी की मौत के 12 दिन बाद भी पुलिस इस मामले में अब तक वाहन चालक चंदन वर्मा की ही गिरफ्तारी कर पायी है । किसी अन्य आरोपी के गिरफ्तार न होने को लेकर मणि मंजरी के परिजनों का पुलिस पर से विश्वास टूटता जा रहा है ।

Update:2020-07-17 17:41 IST

बलिया । मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय के परिजन मौत के 12 दिन बाद भी वाहन चालक को छोड़ किसी अन्य की गिरफ्तारी न होने से बेहद क्षुब्ध हैं । परिजन अब इस मामले की सी बी आई जांच के लिए सर्वोच्च न्यायालय का सहारा लेंगे ।

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परिजनों का पुलिस पर से विश्वास टूटा

मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय का कल त्रयोदशाह है । मणि मंजरी की मौत के 12 दिन बाद भी पुलिस इस मामले में अब तक वाहन चालक चंदन वर्मा की ही गिरफ्तारी कर पायी है । किसी अन्य आरोपी के गिरफ्तार न होने को लेकर मणि मंजरी के परिजनों का पुलिस पर से विश्वास टूटता जा रहा है ।

मणि मंजरी के भाई विजया नन्द राय ने आज न्यूजट्रैक से बातचीत में पुलिस की अब तक की कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया । उन्होंने कहा कि घटना के दिन से ही उन्हें पुलिस इस मामले में गम्भीर व संवेदनशील नजर नही आयी । वह बताते हैं कि मौत के बाद परिजन जब बलिया पहुँच रहे थे तथा माल्देपुर आ भी गये थे, लेकिन मंजरी के निजी आवास पर नही जाने दिया गया । परिजनों की भूमिका केवल पंचायतनामा पर हस्ताक्षर करने तक ही रही ।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भी उठाए सवाल

उन्होंने मणि मंजरी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भी सवाल उठाया । उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का निश्चित समय अंकित नही है । उन्होंने कहा कि उनका परिवार इस मामले की सी बी आई जांच की मांग करता है । उन्होंने दो दिन पहले जिलाधिकारी को जांच को लेकर अपना लिखित प्रतिवेदन प्रस्तुत कर दिया है ।

जिलाधिकारी ने निष्पक्ष जांच का अवश्य भरोसा दिलाया है, लेकिन आरोपी शासित दल से जुड़े व धन बल से रसूखदार हैं । ऐसे में उनके परिवार को सी बी आई जांच से ही न्याय मिलने की उम्मीद है । उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में आरोपी नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता एक अन्य आरोपी अखिलेश के साथ बाइक पर नगर पंचायत की फ़ाइल लेते जाता स्पष्ट दिखाई दे रहा है । पुलिस ने आज तक नगर पंचायत के रिकार्ड को नही खंगाला ।

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पुलिस के पास विशाल तंत्र

पुलिस अब तक इस घटना की सबसे कमजोर कड़ी वाहन चालक चंदन के जरिये तरह तरह की कहानी गढ़ रही है । उन्होंने कहा कि पुलिस के पास विशाल तंत्र है । पुलिस मामले को लेकर गम्भीर रहती तो सभी आरोपी अब तक कानून के शिकंजे में रहते । उन्होंने जानकारी दी कि परिवार से जुड़े लोग सी बी आई जांच के सिलसिले में 19 जुलाई से नई पहल शुरू करेंगे । पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा , सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त , अजय राय आदि से मुलाकात करेंगे ।

उनके परिवार का प्रयास होगा कि सी बी आई जांच की संस्तुति का पत्र राज्य सरकार की तरफ से केंद्र सरकार को अग्रसारित कर दिया जाय । उन्होंने जानकारी दी कि सी बी आई जांच को लेकर दिल्ली व इलाहाबाद के कानून के जानकारों से परिवार लगातार संपर्क में है । उन्होंने सम्भावना जताई कि अगले सप्ताह सी बी आई जांच के लिये जनहित याचिका सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल हो जाय ।

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पुलिस ने अग्रिम कार्रवाई शुरू की

इस बीच इस मामले में आरोपी नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता की गिरफ्तारी पुलिस के लिए परेशानी का सबब बन गया है । मामले से जुड़े तथ्यों सी डी आर खंगालने व अन्य सम्बंधित लोगों से पूछताछ के जरिये मामले की गुत्थी सुलझाने में पुलिस नाकामयाब रही है । मुकदमे के वादी व अन्य गवाहों के बयान के अनुसार अब पुलिस ने अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है । नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता को लेकर खुलासा यह भी हुआ है कि फरार होने के पूर्व उसने जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी से उनके सरकारी आवास पर मुलायम की थी ।

वारिष्ठ अधिकारी ने कोई सहयोग करने से इंकार किया

हालांकि इस मुलाकात से भीम गुप्ता को कोई कामयाबी नही मिली । वरिष्ठ अधिकारी ने कोई सहयोग करने से इंकार कर दिया । सूचना है कि भीम गुप्ता इसके बाद भाजपा के एक कद्दावर नेता की शरण में भी पहुंचा । पुलिसिया जांच में एक वरिष्ठ अधिकारी के हस्तक्षेप को इसी कवायद का परिणाम माना जा रहा है ।

रिपोर्टर- अनूप कुमार हेमकर, बलिया

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