लखनऊ: आज प्रतापगढ़ के जेठवारा थाना इलाके की कटरा गुलाबसिंह चौकी क्षेत्र के अइजगा में सनसनीखेज मामला सामने आया है। प्रतापगढ़ में दहेज के लिए विवाहिता की बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी गयी। पहले विवाहिता को बेरहमी से पीटा गया उसके बाद हत्या कर फांसी पर लटका दिया गया। सूचना पर रात में ही पहुंचे मायके पक्ष के लोगों ने पुलिस को तहरीर दी। तीन साल पहले हथिगवां इलाके के राम अंजोर मिश्र के बेटी की पवन मिश्र के साथ हुई थी शादी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी पति को लिया हिरासत में। घटना के बाद से ही सास, ससुर और जेठ फरार हैं।
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गांव वालों से मिली जानकारी-
बीती देर रात इलाके में मुन्निलाल मिश्र के घर मे अनहोनी की चर्चाएं शुरू हुई। जिसके बाद लगों की भीड़ इकट्ठी होने लगी। जहां पर लोगों ने देखा कि भीतर के एक कमरे में फांसी के फंदे से लटक रहा था मुन्निलाल बहू पूनम का शव। जिसकी शादी 8 जून 2017 को मुन्निलाल के बेटे पवन मिश्र से हुई थी। हथिगवां थाना इलाके के रहने वाले पूनम के पिता राम अंजोर मिश्र ने बताया कि उन्हें सूचना भी दूसरों से इस घटना की सूचना मिली।
परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप-
सूचना मिलते ही राम अंजोर रात में ही साथियों और परिजनों संग भाग बेटी के घर पहुच गए। वहां का नजारा देख सभी स्तब्ध रह गए बेटी चादर के सहारे छत से लटकी थी जिसका पैर जमीन पर था। आरोप है कि शादी के बाद से ही समय समय पर दहेज कम मिलने की शिकायतों के साथ ही अलग अलग मांग की जाती थी जिसे पूरा करने की कोशिशें भी करता रहता था। इसी बात को लेकर अक्सर पूनम को मारापीटा भी जाता था। फंदे से लटकाने से पहले भी मारपीट कर हत्या करके शव को लटकाया गया था। रात में हमारे साथ भी मारपीट की गई। हमने पुलिस से शिकायत की तो हमे मुकदमे में फंसाने की धमकी देते हुए फटकार कर भगा दिया गया।
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मीडिया में खबर आने के बाद हुई मामले पर कार्यवाही-
जब इस बात की खबर मीडिया ने फैलाया तब जाकर मुकदमा दर्ज हुआ। इस मामले में पुलिस ने पति पवन को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य आरोपी सास ससुर और जेठ फरार हो गए है हालांकि पुलिस के अधिकारी इस बात पर कुछ भी बोलने को तैयार नही है।
दहेज लेना और देना दोनों ही पाप माना जाता है। इसे कानूनी रूप से अपराध भी माना गया है। सरकार बेटियों की सुरक्षा के बड़े बड़े दावे भी करती है। देश और प्रदेश की सरकारें पढ़ें बेटियां बढ़ें बेटियां का नारा देती आ रही हैं। बावजूद इन सब कवायदों के बावजूद महिलाएं न घर मे सुरक्षित है और न बाहर। घरेलू हिंसा बलात्कार और एसिड अटैक जैसी घटनाएं है कि रुकने का नाम नही ले रही हैं। महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों में उत्तर प्रदेश औव्वल दर्जे में शुमार है।
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