Mau News: मऊ कस्बे में यमुना किनारे किशोरी का शव बरामद का मामला खंगाली जा रही सीसीटीवी फुटेज, आगे बढ़ी जांच
Mau News: संबंधित प्रभारी इंस्पेक्टर की एसपी ने लापरवाही पाए जाने पर निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही महिला हेल्प डेस्क, तैनात आरक्षी व डे अफसर की जवाबदेही तय करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है। घटना की छानबीन खुद एएसपी व सीओ मऊ कर रहे है।
Mau News: चार दिन पहले मऊ कस्बे के निर्माणाधीन महिला घाट पुल के पास यमुना किनारे बरामद किशोरी के शव मामले की छानबीन लगातार आगे बढ़ रही है। किशोरी सहेली से लेनदेन के मामले में थाने पर बुलाए जाने के बाद वापस घर लौटते समय गायब हुई थी। इस मामले में संबंधित प्रभारी इंस्पेक्टर की एसपी ने लापरवाही पाए जाने पर निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही महिला हेल्प डेस्क, तैनात आरक्षी व डे अफसर की जवाबदेही तय करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है। घटना की छानबीन खुद एएसपी व सीओ मऊ कर रहे है।
मऊ कस्बा निवासी राकेश त्रिपाठी की 15 वर्षीया बेटी स्नेहा त्रिपाठी बीते सात अप्रैल को गायब हुई थी। जिसका दो दिन बाद शव बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्नेहा की मौत दम घुटने से आई है। हालांकि मृतका की मां रानी देवी ने इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए गंभीर आरोप लगाए थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी वृंदा शुक्ला ने एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी व सीओ मऊ राजकमल को जांच सौंपी। जिसमें थाने व आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है। इसकी वजह यह है कि किशोरी व उसकी सहेली के बीच पैसे के लेनेदेन के मामले को लेकर थाने में दोनों को पिता समेत दो बार बुलाया गया था। दोनों के पिता चार घंटे तक थाने के भीतर बैठे रहे। एसपी ने किशोरी के गायब होने पर मुकदमा न लिखे जाने में उस दिन प्रभारी निरीक्षक की जिम्मेदारी संभालने वाले इंस्पेक्टर कमलेश कुमार को निलंबित कर दिया है। एसपी ने बताया कि महिला हेल्प डेस्क, तैनात आरक्षी व डे अफसर आदि सभी की जवाबदेही तय करने के लिए सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए है। मामले की जांच एएसपी व सीओ को सौंपी गई है।