मेयर डॉ. दिनेश शर्मा पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप, आम आदमी पार्टी ने दी FIR की तहरीर
कमेटी के सारे तय अधिकारियों से हस्ताक्षर न लेकर कुछ चुनिंदा अधिकारियों के हस्ताक्षर से सैकड़ों करोड़ रुपयों का भुगतान किया गया है, जो कि एक बडी अनियमितता है। इतना ही नहीं इन अधिकारियों के साइन के नीचे उनके पदनाम की मोहर तक लगाना जरूरी नहीं समझा गया।
लखनऊ: राजधानी के लोकप्रिय मेयर और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ दिनेश शर्मा के खिलाफ शनिवार को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मेयर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं और डेंगू की मौतों के लिए भी जिम्मेदार माना है। तहरीर लेकर हजरतगंज थाने ने एक हफ्ते में जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने की बात कही है। जानिए मेयर पर क्या हैं संगीन आरोप।
निजी कंपनी से साठगांठ कर करोड़ों रूपए की अनियमितता का आरोप
-आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक गौरव माहेश्वरी ने बताया कि नगर निगम में कूड़ा उठाने का काम निजी कंपनी ज्योति एनवायरोटेक के पास है।
-इस कंपनी के कामों के भुगतान के लिए एक कमेटी बनाई गई थी।
-इसमें अपर नगर आयुक्त की अध्यक्षता में कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल किए गए थे।
-लेकिन 20 नवंबर 2012 से लेकर 31 अगस्त 2016 तक कमेटी के सारे तय अधिकारियों से हस्ताक्षर न लेकर कुछ चुनिंदा अधिकारियों के हस्ताक्षर से सैकड़ों करोड़ रुपयों का भुगतान किया गया है, जो कि एक बडी अनियमितता है।
-इतना ही नहीं इन अधिकारियों के साइन के नीचे उनके पदनाम की मोहर तक लगाना जरूरी नहीं समझा गया।
कंपनी करती है डोर टू डोर कलेक्शन, नगर निगम को नहीं दी सूची
-पार्टी के मीडिया प्रभारी महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ज्योति एनवायरोटेक कूडा उठाने के लिए डोर टू डोर कलेक्शन करती है।
-इस डोर टू डोर कलेक्शन का सैकड़ों करोड़ का हिसाब न ही कंपनी के पास है और न ही नगर निगम प्रशासन के पास है।
-कलेक्शन से संबंधित जरूरी दस्तावेज और कंप्यूटर रिकॉर्ड कंपनी और नगर निगम प्रशासन द्वारा सामूहिक रूप से नष्ट कर दिए गए हैं।
-मकान के मालिक के नाम और पते आज तक नगर निगम प्रशासन को उपलब्ध नहीं कराये गए हैं।
-इतना ही नहीं, नगर निगम ने भी आज तक ज्योति एनवायरोटेक से नाम व पते नहीं मांगे हैं।
-यह सब अनुबंध की शर्तो का साफ़-साफ़ उल्लंघन है।
डेंगू की मौतों के लिए माना जिम्मेदार
-गौरव माहेश्वरी ने बताया कि इस करोडों के भ्रष्टाचार के चलते लखनऊ कूड़े का ढेर बन चुका है।
-इसके चलते डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों से मौतें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं।
-इसलिए ऐसे भ्रष्टाचार, गबन, लूट और हत्या के आरोपियों की सही जगह जेल है।
पुलिस ने कहा- एक सप्ताह में जांच के बाद ही आगे करेंगे कार्रवाई
-इंस्पेक्टर हजरतगंज विजयमल यादव ने बताया कि आम आदमी पार्टी के लोगों ने मेयर डॉ दिनेश शर्मा, निदेशक सीएंडडीएस, तत्कालीन नगर आयुक्त नगर निगम एसके सिंह, एनपी सिंह, राकेश कुमार सिंह से लेकर वर्तमान नगर आयुक्त उदय राज सिंह, अपर नगर आयुक्त नगर निगम पीके श्रीवास्तव और ज्योति एनवायरोटेक कंपनी के निदेशक चरणजीत सिंह पर भ्रष्टाचार सहित कई संगीन आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।
-इस तहरीर पर बिना जांच के सीधे मुकदमा नहीं दर्ज किया जा सकता।
-इसलिए इस मामले में एक हफ्ते में जांच करवाकर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मेयर बोले- सारे आरोप बेबुनियाद
-मेयर डॉ दिनेश शर्मा से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने सारे आरोप बेबुनियाद बताए।
-उन्होंने कहा कि जांच में सब कुछ साफ हो ही जाएगा।
-हालांकि गौरव माहेश्वरी के मुताबिक मेयर ही सारे भ्रष्टाचार की जड़ हैं और उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
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