Meerut News: संजय सिंह के जेल से बाहर आने की उम्मीद कर रहे आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता

Meerut News: बता दें कि जेल जाने से पहले संजय सिंह यूपी में आप को मजबूत बनाने के लिए लगातार जिलों का दौरा कर रहे थे। महीने में एक या दो बार तो मेरठ और आसपास के जनपदों में ही संजय सिंह का दौरा रहता था

Report :  Sushil Kumar
Update: 2023-11-26 13:53 GMT

AAP MP Sanjay Singh (photo: social media )

Meerut News: मेरठ,26 नवम्बर। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर तैयारी कर रही आम आदमी पार्टी पिछले करीब एक माह से सुस्त पड़ी है। इसकी वजह यूपी प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह का जेल में होना है। दरअसल, बीते चार अक्टूबर को संजय सिंह को ईडी ने दिल्ली में हुए शराब घोटाले से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया था। संजय सिंह का नाम कथित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय की चार्जशीट में सामने आया था। ये चार्जशीट पिछले साल दायर की गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कथित शराब घोटाला मामले में अभियुक्त से गवाह बने दिनेश अरोड़ा के बयान के बाद संजय सिंह की गिरफ्तारी हुई थी। तब से संजय सिंह जेल में ही हैं।

ऐसे में उनकी अनुपस्थिति से खासकर उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी (आप) की सक्रियता में काफी कमी आई है। इक्का-दुक्का मौको पर पार्टी के स्थानीय नेता पार्टी कार्यक्रम कर तो रहे हैं। लेकिन,उनमें केवल औपचारिकता ही दिख रही है। कार्यकर्ताओं में जोश का अभाव साफ देखा जा रहा है। यही नहीं संजय सिंह की गिरफ्तारी से चुनाव जीतने के लिए आम आदमी पार्टी द्वारा जो रणनीति बनाई और लागू की जाती थी, उसमें फिलहाल कुछ समय के लिए विराम लगा दिख रहा है। गौरतलब है कि संजय सिंह आम आदमी पार्टी के लिए सड़क से संसद तक मोर्चा संभालते थे। आप के राजनीतिक फैसलों में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका हुआ करती थी। उत्तर प्रदेश में तो आप को खड़ा करने वालों में संजय सिंह ही हैं।

बता दें कि जेल जाने से पहले संजय सिंह यूपी में आप को मजबूत बनाने के लिए लगातार जिलों का दौरा कर रहे थे। महीने में एक या दो बार तो मेरठ और आसपास के जनपदों में ही संजय सिंह का दौरा रहता था। लेकिन,संजय सिंह के जेल जाने के बाद से पार्टी की सक्रियता काफी कम हुई है। जबकि लोकसभा चुनाव में कुछ ही महीने शेष रह गए हैं। ऐसे में जहां यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर सत्ताधारी समेत तमाम पार्ट‍ियों का फोकस है। वहीं आम आदमी पार्टी की गतिविधियां धीमी हो गई है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी ने कई कार्यक्रम बनाएं थे। लेकिन वह गति नहीं पकड़ पा रहे हैं।

संगठन विस्तार का काम भी धीमा हो गया है।

इस बार नगर निकाय चुनाव में आप ने पिछले चुनाव के मुकाबले अच्छा प्रदर्शन किया था। पहली बार तीन नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की। छह नगर पंचायत अध्यक्ष, 59 नगर पंचायत सदस्य, 28 नगर पालिका सदस्य व आठ पार्षद की सीटें जीती हैं। आप के मेरठ जिला अध्यक्ष अंकुश चौधरी कहते हैं कि आप की लोकप्रियता से केंद्र सरकार घबरा गई है, बड़े नेताओं को जेल भेजकर वह कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ना चाहती है, लेकिन कार्यकर्ता भी साजिश के प्रति सजग हैं।

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