LU: PM मोदी की बातों का दिखा असर, मेधावी छात्र परिषद ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को कराई संग्रहालय-विरासत यात्रा

विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने भी मेधावी छात्र परिषद के उद्घाटन सत्र में ही सभी सदस्यों को सौ दिन के एजेंडे के साथ विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक और सृजनात्मक गतिविधियों के आयोजन के लिए प्रोत्साहित किया था।

Report :  Shashwat Mishra
Update: 2022-07-14 14:46 GMT

Students visited Lucknow University (Image: Social Media)

Click the Play button to listen to article

Lucknow University: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के हालिया संबोधन से प्रेरित लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के मेधावी छात्र परिषद के सदस्यों ने विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए एक विश्वविद्यालय स्थित संग्रहालय-विरासत यात्रा का आयोजन किया। इस गतिविधि को आयोजित करने का विचार छात्रों को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' के एक सत्र में उस उद्बोधन से उपजा, जिसमे उन्होंने कहा था कि "स्थानीय संग्रहालयों में जाकर आप दूसरों के मन में संग्रहालयों के बारे में भी उत्सुकता जगाएंगे।"


100 दिनों का एजेंडा तय कर करें गतिविधियां

इसी क्रम में विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने भी मेधावी छात्र परिषद के उद्घाटन सत्र में ही सभी सदस्यों को सौ दिन के एजेंडे के साथ विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक और सृजनात्मक गतिविधियों के आयोजन के लिए प्रोत्साहित किया था।

सांस्कृतिक विभेदों को एक सूत्र में पिरोने, छात्र परिषद और अंतरराष्ट्रीय छात्रों के बीच भाईचारे को प्रोत्साहित करने के लक्ष्य के साथ, विश्वविद्यालय परिसर में छह संग्रहालयों के माध्यम से एक शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया। जिसमें के .एस. माथुर मानव विज्ञान संग्रहालय (मानव विज्ञान विभाग), नृवंशविज्ञान संग्रहालय (मानव विज्ञान विभाग), शैक्षिक संग्रहालय (भूगर्भ विज्ञान विभाग), डॉ एस.सी. बॉघ संग्रहालय (जीव विज्ञान विभाग), पुरातत्व संग्रहालय (भारतीय प्राचीन इतिहास और पुरातत्व विभाग), और आर्ट गैलरी एवं संग्रहालय (टैगोर पुस्तकालय) शामिल रहे।


11वीं शताब्दी के देखे बर्तन, मूर्तियां

यह दौरा पुरातत्व संग्रहालय में शुरू हुआ, जहां छात्रों को 11वीं शताब्दी के विभिन्न मिट्टी के बर्तन , मूर्तियां और बहुत कुछ दिखाया गया था। जबकि भूविज्ञान विभाग के शैक्षिक संग्रहालय में छात्रों और प्रो. विभूति राय के साथ एक संवाद के साथ दौरा समाप्त हुआ। उन्होंने जीवन के विभिन्न पहलुओं में भूविज्ञान के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।


अंतरराष्ट्रीय छात्र हुए विश्विद्यालय की ऐतिहासिक विरासत से रुबरु

अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो पूनम टंडन ने विरासत यात्रा से पहले छात्रों के साथ बातचीत की और यह सुनिश्चित किया कि मेधावी छात्र परिषद विश्वविद्यालय की आगामी गतिविधियों में उन्हें एकीकृत करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे। इस अवसर पर अपर अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ अलका मिश्रा भी उपस्थित रही। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक विरासत से अवगत कराया।

कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की ओर से काफी उत्साहपूर्ण भागीदारी रही, जो भारत की संस्कृति और इतिहास से रूबरू होने के लिए बेहद उत्सुक थे।

• अंतरराष्ट्रीय छात्र नलेनी (एमबीए) ने कहा, "मुझे मेधावी छात्र परिषद के सदस्यों द्वारा इस तरह की गतिविधि में अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को शामिल करने की पहल काफी पसंद आई।

• अहमद गुल (पीएचडी छात्र) ने टीम की सराहना करते हुए कहा , "विरासत यात्रा एक दोस्ताना वातावरण के साथ अच्छी तरह से आयोजित की गई थी।"

• मुहम्मद अमीन (बीकॉम ऑनर्स ) ने कहा, "मैं इन सभी संग्रहालयों में जाकर बहुत खुश हूं। हमने भारत के इतिहास, ज्ञान, प्रकृति, धर्म और भूविज्ञान की धरोहर देखी और मै इससे बेहद रोमांचित हूॅ और अपने देश वापस जाने पर अपने यह अनुभव जरूर साझा करूंगा जिससे अन्य छात्रों को भी इस विरासत को सीधे देखने का मौका मिल सके"।

Tags:    

Similar News