मजदूरों का आरोप, किराया वसूलने के बाद मिली ट्रेन में बैठने की अनुमति
ट्रेन से आये यात्रियों ने आरोप लगाया कि उनसे पहले ही 610 रुपये की जगह 640 रूपये वसूल लिए गए। इसके बाद उन्हें ट्रेन में बैठने की अनुमति देते हुए सीट दी गई।
जौनपुर: प्रवासी मजदूरों से किराया वसूली के मसले पर देश में विपक्षी दलों सहित कांग्रेस खूब हो हल्ला मचा रही है। लेकिन इसका कोई असर सरकार अथवा रेलवे विभाग पर नहीं पड़ रहा है। सरकार ने मजदूरों को फ्री घरों तक पहुंचाने का ऐलान भले किया था। लेकिन सरकार के इशारे पर रेलवे बगैर किराया वसूली किये मजदूरों को ट्रेन के अन्दर प्रवेश नहीं करने दे रहा है।
यात्रियों का आरोप वसूला गया ज्यादा किराया
यहां बता दें कि वड़ोदरा से चली स्पेशल ट्रेन आज दोपहर में जौनपुर जंक्शन पहुंची। ट्रेन में उत्तर प्रदेश के कई जिलों के कुल मिलाकर 1257 यात्री सवार थे। ट्रेन से आये यात्रियों ने खुला आरोप लगाया कि उनसे पहले ही 610 रुपये की जगह 640 रूपये वसूल लिए गए। इसके बाद उन्हें ट्रेन में बैठने की अनुमति देते हुए सीट दी गई। इस ट्रेन से आने वाले मजदूरों में रामाशंकर बलिया, शिव प्रकाश सूल्तानपुर, हरी सिंह वाराणसी, संजय कुमार जौनपुर, दिलीप वर्मा एवं प्रदीप सिंह सहित तमाम यात्रियों ने बताया कि रास्ते में उन्हें रेलवे ने एक बोतल पानी दिया था। इसके अलावां कुछ भी नहीं दिया गया। लगभग 24 घन्टे की यात्रा सभी मजदूर भूखे प्यासे यात्रा करने को मजबूर थे। हालांकि जौनपुर स्टेशन पहुंचने पर प्रशासन द्वारा सभी का टेस्ट किया गया।
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उन्हें चाय नाश्ता कराने के बाद बसों के जरिये उनके जनपद भेज दिया गया। लॉकडाउन के चलते देश भर में फंसे लोगों को अपने घरों तक पहुंचाने के लिए सरकार ट्रेनें चला रही है। जौनपुर रेलवे प्रशासन को भी सूचना मिली कि 8 मई को वड़ोदरा से 1257 यात्रियों को लेकर एक ट्रेन वहां आ रही है। इसमें कई जिलों के लोग सवार हैं। सूचना मिलते ही रेलवे और जिला प्रशासन सक्रिय हो गया। स्टेशन पर पुलिस का कड़ा पहरा लगाते हुए सोशल डिस्टेन्सिंग बनाये रखने के लिए प्लेटफार्म पर एक मीटर की दूरी पर गोले बनाये गए।
जांच के बाद सभी यात्रियों को भेजा गया गृह जनपद
दोपहर में जैसे ही ट्रेन पहुँची तो सभी डिब्बे से यात्रियों को क्रमवार बाहर निकाला गया। प्लेटफार्म पर मौजूद डॉक्टरों की टीम ने सबका स्वास्थ्य परीक्षण किया। ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों ने बताया कि उन्होंने हेल्पलाइन पर फोन कर अपने फंसे होने की जानकारी दी थी। इसके बाद उन्हें फोन आया और फिर उन्हें बताया गया कि कैसे ट्रेन मिलेगी।
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इस दौरान जब उन्हें स्टेशन ले जाने के लिए बस में बिठाया गया तभी उनसे 610 रुपए ले लिए गए थे। एडीएम रामप्रकाश ने बताया कि ट्रेन में पूर्वांचल के जिलों के कुल 1257 यात्री सवार थे। इसमें जौनपुर के करीब 800 लोग थे। सभी की जांच के बाद बसों से उनके जनपद भेज दिया गया है।
कपिल देव मौर्य