DM से छलका भाजपा नेता की मां का दर्द, बोली- साहब मेरे बेटे की जान बचा लो

Update:2017-07-29 12:20 IST

बहराइच: 'साहब मेरे बेटे को बचा लो, उसकी हालत बहुत नाजुक है। उसे लखनऊ भेज दिया गया है। बहुत सीधा है मेरा बेटा। उसके छोटे-छोटे बच्चे हैं। साहब दबंगों ने मेरे लाल पर गोली चला दी है। कैसा है मेरा बेटा, क्या बच जाएगी मेरे बेटे की जान?' आंख से आंसू निकलते जा रहे थे और भाजपा नेता की मां अपनी मुंह से ये बातें कहती हुई डीएम से लिपट कर फफक-फफक कर रोते हुए अपना दर्द बयां कर रही थी। डीएम ने उस रोती हुई मां को ढांढस बंधाते हुए समझाया और उसे वापस घर भिजवाया।

क्या है पूरा मामला

-कोतवाली नगर के मोहल्ला कानूनगोपुरा दक्षिणी निवासी 20 वर्षीय गोविंद पांडेय पुत्र, पप्पू पांडेय काननूगोपुरा मोहल्ले का भाजपा का बूथ इंचार्ज है।

-शुक्रवार देर शाम को कुछ बदमाशों द्वारा इन पर फायरिंग कर जानलेवा हमला कर दिया गया।

-आनन-फानन में इन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। जहां से डॉक्टरों ने इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया।

-घटना की सूचना पर जनपद के आधा दर्जन से अधिक थानों की फोर्स तैनात कर दी गई थी।

-सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक सुनील सक्सेना, अपर पुलिस अधीक्षक कमलेश दीक्षित भी पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया।

-बदमाशों की गिरफतारी के लिए तुरंत तीन टीमें लगा दी गई।

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डीआईजी व डीएम ने लिया घटना स्थल का जायजा

बहराइच में भाजपा नेता पर जानलेवा हमला की सूचना पर देवी पाटन मण्डल के डीआईजी अनिल कुमार देर रात बहराइच पहुंचे। डीएम अजयदीप सिंह भी सूचना मिलते ही रात में घटना स्थल पर पहुंचे। डीआईजी और डीएम समेत अन्य अधिकारी ने घटना स्थल का जायजा लिया और डीआईजी ने एसपी को निर्देशित किया कि जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे किया जाए।

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चौकी पर रोते हुए पहुंची मां

गोविन्द पर हमले की खबर मिलते ही मां अस्पताल पहुंची तो देखा कि बेटा एंबुलेंस से ट्रामा सेंटर लखनऊ जा रहा था।

वह अस्पताल में पछाड़ खा-खाकर रोने लगी और बेहोश हो गई। उसे घर लाया गया।

काफी देर बाद होश आया तो उन्हें पता चला कि यहां बड़े अधिकारी आए हैं। वह अपने परिवार के साथ रोते हुए कानूनगोपुरा चौकी पहुंची। जहां पर डीएम अजयदीप सिंह, डीआईजी अनिल कुमार व एसपी सुनील सक्सेना बैठकर वार्ता कर रहे थे।

डीएम को देखते ही गोविन्द की मां उन्हे पकड़ ली और लिपटकर रोने लगी। रोते हुए वह डीएम से पूछी साहब क्या मेरा बेटा बच जाएगा? कैसी है उसकी हालत? डीएम ने रो रही मां को समझाया और उन्हें घर भिजवाया।

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