VIDEO: शहीद SP की मां बोलीं- मेरे बेटे को वापस लौटा दो,नहीं चाहिए पैसे

Update: 2016-06-03 11:36 GMT

लखनऊ: मथुरा हिंसा के दौरान एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी की मौत की खबर सुनकर उनके माता-पिता सदमे में हैं। उन्होंने सरकार से अपील की है कि उन्हें बस उनका बेटा वापस चाहिए। उन्होंने मुआवजा लेने से भी इनकार कर दिया।

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मुकुल द्वेदी पूर्व डीजीपी एमसी द्विवेदी के भतीजे हैं। जिन्होंने हाल ही में अपनी एक किताब में आरोप लगाते हुए कहा था कि 90 के दशक में पुलिस भर्ती में पैसा लेकर भर्ती और पोस्टिंग दी जाती थी। इसमें सीधे तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री शामिल होते थे।

गौरतलब है कि सीएम अखिलेश यादव ने गुरुवार को मथुरा में हुई हिंसा और पुलिसकर्मियों के शहीद होने पर दुख जताया था। सीएम के ट्विटर हैंडल पर संतोष कुमार के परिवार को 20 लाख रुपए की आर्थिक मदद की भी घोषणा की गई थी।

सीएम ने ये किया था ट्वीट ...

मुकुल द्विवेदी के पिता ने मथुरा की पूरी घटना के पीछे सरकार की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया है। एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी की उस वक्त मौत हो गई थी जब वह मथुरा के जवाहर बाग में अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ एक अभियान चला रहे थे। अतिक्रमण अभियान के दौरान एसओ संतोष कुमार की भी मौत हो गई थी।

पत्नी अर्चना के साथ मुकुल

7 महीने पहले एडिशनल एसपी के रूप में हुई थी पोस्टिंग

-बतौर एडिशनल एसपी मुकुल की यह पहली पोस्टिंग थी।

-1995 बैच के पीपीएस अधिकारी मुकुल द्विवेदी मेरठ, सहारनपुर, मथुरा, आगरा और बरेली में सीओ सिटी रह चुके थे।

-7 महीने पहले प्रमोशन के बाद मथुरा में एसपी सिटी के रूप में पहली पोस्टिंग हुई थी।

शहीद एसपी मुकुल द्विवेदी की शादी साल 2000 में अर्चना से हुई थी। उनके दो बेटे हैं।

पिता हैं पूर्व खंड विकास अधिकारी

शहीद एसपी मुकुल द्विवेदी के पिता श्रीचंद्र खंड विकास अधिकारी के पद से रिटायर हुए हैं। रिटायरमेंट के बाद वे पत्नी के साथ गांव में ही रहने लगे थे। चाचा से प्रेरित मुकुल बचपन से ही पुलिस विभाग से प्रभावित थे।आगरा में रहकर उन्होंने पढ़ाई की। पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की। उनकी पहली पोस्टिंग मेरठ में बतौर सीओ हुई। इसके बाद कई जिलों में नौकरी करने के बाद वह आगरा में बतौर एसपी सिटी तैनात हुए थे।

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