मुरादनगर श्मशान हादसे से सबक, अब इंजीनियर देंगे गुणवत्तापूर्ण निर्माण की गारंटी
मुरादनगर श्मशान घाट घटना से सबक लेते हुए योगी सरकार ने अब निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के लिए इंजीनियरों को पूरी तरह जिम्मेदार बना दिया है. प्रदेश में होने वाले निर्माण कार्यों के लिए अब इंजीनियरों को शपथ पत्र के साथ बताना होगा कि निर्माण कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ कराए गए हैं.
लखनऊ: मुरादनगर श्मशान घाट घटना से सबक लेते हुए योगी सरकार ने अब निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के लिए इंजीनियरों को पूरी तरह जिम्मेदार बना दिया है. प्रदेश में होने वाले निर्माण कार्यों के लिए अब इंजीनियरों को शपथ पत्र के साथ बताना होगा कि निर्माण कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ कराए गए हैं.
निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जिम्मेदारी इंजीनियरों की
उत्तर प्रदेश के स्थानीय निकाय निदेशक डॉ काजल की ओर से सभी नगर निकाय को इस सिलसिले में एक आदेश जारी किया गया है इसमें कहा गया है कि प्रदेश के विभिन्न स्थानीय निकाय में हो रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जिम्मेदारी पूरी तरह से इंजीनियरों की होगी. अब मुख्य अभियंता से लेकर अवर अभियंता तक सभी को निर्माण कार्य का निरीक्षण करना होगा और गुणवत्ता के बारे में एक शपथ पत्र देकर बयान करना होगा कि निर्माण कार्य में कोई लापरवाही नहीं हुई है गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किया गया है इंजीनियरों के इस शपथ पत्र के बाद ही ठेकेदारों का भुगतान किया जाएगा इंजीनियरों की जांच में अगर गुणवत्ता में कोई कमी पाई जाती है तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और निर्माण कार्य पूरा होने के बाद अगर कोई लापरवाही है तो ठेकेदार और इंजीनियर ही जिम्मेदार होंगे.
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3 तरह के प्रारूप पत्र जारी
इस सिलसिले में निदेशक की ओर से 3 तरह के प्रारूप पत्र भी जारी किए गए हैं. जिसमें विभिन्न कार्यों एवं आपूर्ति की सूचना मांगी गई है. इसके तहत प्रशासनिक एवं तकनीकी स्वीकृति का प्रारूप, रजिस्ट्रेशन सिक्योरिटी की वापसी, सीएमडी की वापसी ,परफॉर्मेंस सिक्योरिटी मुक्त कराने संबंधी प्रारूप और तकनीकी एवं प्रशासनिक स्वीकृत प्रोफार्मा में 25 बिंदुओं पर जानकारी देनी होगी.
अखिलेश तिवारी
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